यूपी के एकलौते मुस्लिम मंत्री दानिस आजाद अंसारी बोले- हर गरीब सांई शाह अलवी मलंग फ़कीर समाज को सरकारी योजनाओं का लाभ देना हमारा लक्ष्य, इलाज के लिए मुख्यमंत्री रिलीफ फंड से आर्थिक सहायता जारी रहेगा
लखनऊ: फ़कीर समाज सदा से देश व समाज के कल्याण के लिए ही अपनी क्षमता का उपयोग करता रहा है, बावजूद इसके राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं ने मुस्लिम जाति व्यवस्था की गलत व्याख्या कर समाज मे जातिगत भेदभाव पैदा करते हुए राजनीतिक दलों ने वोट बैंक का आधार बनाया है। इसमें सबसे अधिक उपेक्षा फकीरों की हुई है। मौजूदा दौर मे संवैधानिक व्यवस्था मे अलग-थलग पड़े समस्त फकीरों को एकजुट होकर अपने उत्थान के लिए स्वयं संघर्ष करने के साथ-साथ धर्म व संस्कृति के पतन की रक्षा के लिए समाज को दिशाहीन होने से बचाना भी फकीरों का दायित्व होना चाहिए, अपने पूर्वजों और जड़ों से जुडें रहना होगा। बेशक हम मुसलमान हैं हमारे इबादत करने का तरीका अलग है परंतु हर भारतीय की वंश वृक्ष एक है उसके दादा परदादा पर से खड़ दादा सभी की वंशावली अपने बुजुर्गों से जुड़े हैं।राजनीति में स्वार्थ पूर्ति के लिए धर्म जाति पंथ मजहब सम्प्रदाय या फ़िरकों में बांटने का फ़कीर समाज पुरजोर विरोध करता है। साथ ही फकीरों की अस्मिता की रक्षा व सामाजिक व्यवस्था मे पिछड़ते रुतबे को पुनः कायम करने राष्ट्रीय शाह समाज फाउंडेशन इंडिया सभी घटकों को एक मंच पर आने के आव्हान की सार्थकता पर बल दिया गया। फाउंडेशन समाज के आर्थिक रुप से पिछड़े , बीमारी में इलाज कराने, बृद्धा पेंशन, गरीब बच्चियों की शादी में अनुदान, विधवा पेंशन, गरीबों को आवास आदि की व्यवस्था मौजूदा योगी,मोदी सरकार के माध्यम से समाज के पिछड़े लोंगों तक पहुचाने हेतु विस्तृत कार्य योजना तैयार करने की दिशा मे यूपी के एकलौते मुस्लिम मंत्री दानिस आजाद अंसारी जी ने आज अपना मार्गदर्शन दिया है। मंत्री जी ने आश्वस्त किया है कि शाह अलवी समाज को यूपी सरकार हर सम्भव मदद करने के लिए तैयार है। राष्ट्रीय अध्यक्ष चांदनी शाहबानो ने कहा कि बीजेपी के कार्यो को देखते हुए फ़कीर समाज को यूपी में मंत्री दानिस आजाद जी की ओर अपना रुझान बढ़ाने की आवश्यकता है। साथ ही जन्म से लेकर मृत्यु तक कुरान मे वर्णित तमाम संस्कारों का पालन करना भी असल फकीरों की पहचान है।
Comments
Post a Comment