बड़ी अजीब सी बात है कि समाज में एक दूसरे को भड़कना और झूठी कहानी से समाज में लड़ाई झगडे को बढ़ावा देने की कोशिश कर सम्भावना जेसी बात कह कर बात टालना,अगर बैठक या पंचायत हुई तो लड़ाई होना निश्चित है
अब तो कुछ लोगो ने यह बात कहना शुरू कर दिया है? कि रमेश सिंह भोपाल ग्वार बंजारा समाज से लड़ रहा है जिला संचालक, आयुक्त शासन में शिकायत दर्ज करवाई है और हमारे संस्था के नोटिस तामील कराने में समय खराब कर रहा है मैं समाज को स्पष्ट बताना चाहूंगा कि यह लड़ाई में द्वारा शुरू नहीं कि है इस लड़ाई के मुख्य सूत्रधार श्री शिवनारायण नायक,श्री सोनू भाई ठाकुर है पहला शिकायत पत्र उनके द्वारा अध्यक्ष अनिल नायक ऊर्फ अरविंद और सचिव श्री खूब सिंह कों के लिए था जिसकी सूचना श्री तारा सिंह चानदबड कों भी बताया था उसका कहना था कि मेरी कोई बात सुनता नहीं है भोपाल में उक्त संस्था का अध्यक्ष श्री अनिल नायक ऊर्फ अरविंद ने समाज में भ्रम फैला दिया है कि ऐसी शिकायतों से कुछ होने वाला नहीं है तो जिला संचालक आयुक्त क्यों आपको नोटिस दै रहा है बार बार चेतावनी और समाज में समझौता कर किस तरह चालाकी से समाज और सदस्यों को झूठी कहानी से समाज चलाएंगे गुरदीप सिंह के जुर्माने की राशि का क्या हुआ उनके निमंत्रण क्यौ रोकें जा रहै है जों लोग परजात में शादी कर उन्हें कब समाज में खोल देते हैं समाज में सभी सामाजिक बन्धुओं को अध्यक्ष कों जानकारी देना आवश्यक है समाज में मांगलिक कार्य के समय ही ये मुद्दा क्यों उठाया जाता है तभी ये लोग चुहा बिल्ली का खेल खेलते हैं ग्वार बंजारा समाज भोपाल और इटारसी में कुछ काजी मुल्ले बैठे हैं जो समाज में समन्वय और शान्ति स्थापित नहीं होने देना चाहते हैं इटारसी में लख्खी बंजारा भोपाल में रमेश तलवार, माया गोर इन्होंने ठेकेदार बने जों अपना घर नहीं बचा पाए वो समाज क्या ख़ाक चलाएंगे ये लोग अपनी पुरानी रंजिश को लेकर मैं स रमेश सिंह से प्रयोजित ऐजेंडे को लेकर लड़ रहे हैं इन्हें समाज में क्या हो रहा है इससे मतलब नहीं है सिर्फ रमेश सिंह रमेश सिंह ही नजर आ रहा है अगर कोई इनसे पूछे तो एक वाक्य को सभी ने रट लगाए हैं रखा है हमने उन्हें कोई वन्द चालू किया है ये व्यक्ति गत है ऐसे में रिश्ते में बहु वेटी का क्या कसूर है जिन्हें समाज में गुटबाजी का शिकार होना पड़ता है अगर शर्म बची है तो समाज में जागरूकता पैदा करें ना कि मुझसे नहीं पूछे रमेश तलवार से फिर वो तारा सिंह से पूछे फिर वो कहैगा की अनिल नायक, मनोज कुमार, माया गोर, ऐसे में बैचारा क्या करें जरा चिन्तन मनन करने कि जरूरत है ना सत्तर साल से अभी तक हम बही पर अटकै है
मैं रमेश सिंह बड़े ही विनम्र भाव से समाज को एक बात बताना चाहता हूं कि मैं समाज से नहीं लड़ रहा हूं वल्कि श्री अनिल नायक ऊर्फ अरविंद ने 2021 से समाज में चाहे मेरी सदस्यता की हो या अध्यक्ष चुनाव की इस व्यक्ति ने समाज में एक वर्ग को झूठी कहानी से समाज में गुटबाजी को बढ़ावा दे कर अपनी मनमानी चला रहा है इसके सहयोगी है रमेश तलवार, तारा सिंह, माया गोर, मनोज सिंह, हरनाम सिंह,राजा पवार हैं
ये समाज में अंतर्जातीय विवाह, और इनके खिलाफ शिकयत और जबाब तलव करने वाले व्यक्ति चाहे रमेश सिंह हों या अन्य ये लोग उसको दुश्मन बना कर समाज में और रिश्तेदारों के बीच में गलतफहमी और यह कहने लगते हैं कि समाज ने वन्द वहिष्कार कर दिया है
अब क्या होगा अरे भैया समाज से माफी मांगनी पड़ेगी ये तो इनकी समाज चलाने की पद्धति है
मैं खुला चैलेंज दैता हूं कि समाज से कोई बड़ा नहीं है लेकिन समाज से माफी मांगने से कोई छोटा बड़ा नहीं है लेकिन मौखिक संविधान से समाज में वदलाव नहीं हो सकता है
सच्चाई जाने बगैर किसी को भी अधिकार नहीं है माफी मांगवाने का जिस कुंवर सिंह नायक ने पूरी समाज को गन्दी गन्दी गालियां दी और समाज से जुर्माना सदस्यता रूपए वापस ले ली इसी समाज ने क्या सलूक किया उस परिवार को आजीवन प्रतिबंध लगाया था जिसकी स्टाम्प पेपर पर लिख कर रूपए 25500 लोटाये गये
इसको समाज नहीं कहते हैं जो रिश्तेदार में लड़ाई झगडे करायें यह तो ग्वार बंजारा समाज में वर्षों से चला आ रहा है यह बात समाज में लोगों को मालूम ही नहीं है जब से अनिल नायक ऊर्फ अरविंद अध्यक्ष बनाया गया है तब समाज में ना कोई आम सभा, परिचय सम्मेलन, बुजुर्गों को सम्मान, बच्चों को पुरस्कार जैसे रचनात्मक कार्य नहीं किए गए हैं अब लिखी बात ग्वार बंजारा समाज भोपाल और इटारसी में निमंत्रण रोकने और समाज में मांगलिक कार्य केसे बिगाड़े और आरोप एक दूसरे पर लगाए बस उक्त संस्था ने काम किया है
अब अन्त में सभी सामाजिक बन्धुओं से निवेदन करूंगा कि समाज में इनकी बातों को रोको टोको व्यवस्था से सुधार करने की आवश्यकता है
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