मजहबों के विवाद में खून न बहाएं, किसी के रगों में अपना खून दौड़ाएं /
कटिहार :-
ब्लड न मिलने से परेशान थी रौशन कुमार और आकिब अंसारी की मां,
फिल्म क्रांतिवीर का वो सीन आपको जरूर याद होगा जिसमें अभिनेता नाना पाटेकर ने हिंदू और मुस्लिम के खून को मिलाकर सवाल पूछा था कि बताओ कि इसमें कौन सा हिंदू का खून है और कौन सा मुस्लिम का। दरअसल सच्चाई तो यही है कि इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं होता है। मज़हब नहीं सीखाता, आपस में वैर रखना..एक बार फिर सांप्रदायिक सौहार्द का मिसाल देखने को मिला है बिहार के कटिहार में जहां एक हिंदू युवक ने मुस्लिम मरीज को वहीं दूसरी तरफ एक और मुस्लिम युवक ने हिंदू मरीज को रक्तदान कर जान बचाई।
मुस्लिम युवक सोनु खान जकी ने कहा आज इंसान इंसान का दुश्मन होकर एक दूसरे का खून बहा रहा है। इंसान का रक्त नालियों में नहीं बहकर इंसान की नाड़ियों में बहना चाहिए। युथ ब्लड डोनर्स क्लब सालेहपुर मिशन का यह वाक्यांश इंसान को भाईचारे का संदेश देकर रक्तदान करने के लिए प्रेरित करता है।अंत में सोनु खान जकी ने लोगों से अपील क्या खून को मजहबों, धर्म के विवाद में न बहाएं, किसी के रगो में जरूर दौड़ाएं।
कटिहार :-
ब्लड न मिलने से परेशान थी रौशन कुमार और आकिब अंसारी की मां,
फिल्म क्रांतिवीर का वो सीन आपको जरूर याद होगा जिसमें अभिनेता नाना पाटेकर ने हिंदू और मुस्लिम के खून को मिलाकर सवाल पूछा था कि बताओ कि इसमें कौन सा हिंदू का खून है और कौन सा मुस्लिम का। दरअसल सच्चाई तो यही है कि इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं होता है। मज़हब नहीं सीखाता, आपस में वैर रखना..एक बार फिर सांप्रदायिक सौहार्द का मिसाल देखने को मिला है बिहार के कटिहार में जहां एक हिंदू युवक ने मुस्लिम मरीज को वहीं दूसरी तरफ एक और मुस्लिम युवक ने हिंदू मरीज को रक्तदान कर जान बचाई।
मुस्लिम युवक सोनु खान जकी ने कहा आज इंसान इंसान का दुश्मन होकर एक दूसरे का खून बहा रहा है। इंसान का रक्त नालियों में नहीं बहकर इंसान की नाड़ियों में बहना चाहिए। युथ ब्लड डोनर्स क्लब सालेहपुर मिशन का यह वाक्यांश इंसान को भाईचारे का संदेश देकर रक्तदान करने के लिए प्रेरित करता है।अंत में सोनु खान जकी ने लोगों से अपील क्या खून को मजहबों, धर्म के विवाद में न बहाएं, किसी के रगो में जरूर दौड़ाएं।
Comments
Post a Comment