मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक संपन्न, 27 सितंबर को दिल्ली में होगा ऐतिहासिक राष्ट्रीय महासम्मेलन
नई दिल्ली: देश की राजधानी नई दिल्ली के हरियाणा भवन में सोमवार को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बड़े उत्साह और एकजुटता के साथ संपन्न हुई। इस महत्वपूर्ण बैठक में देश के विभिन्न हिस्सों से राष्ट्रीय संयोजक, राष्ट्रीय सह-संयोजक, क्षेत्रीय संयोजक और प्रकोष्ठ संयोजकों ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार जी ने की, जिनके मार्गदर्शन में सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
27 सितंबर को दिल्ली में भव्य राष्ट्रीय महासम्मेलन:
बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि आगामी 27 सितंबर 2025 को नई दिल्ली में एक भव्य राष्ट्रीय महासम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस महासम्मेलन में देशभर से लाखों की संख्या में कार्यकर्ता एकत्र होंगे, जो सामाजिक एकता, भाईचारा और राष्ट्रीय विकास के लिए मंच के संकल्प को और मजबूत करेगा। यह आयोजन न केवल मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की सक्रियता को प्रदर्शित करेगा, बल्कि देश में सांप्रदायिक सौहार्द और एकता का एक मजबूत संदेश भी देगा।
सूफी शाह मलंग प्रकोष्ठ की सक्रिय भागीदारी:
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के सूफी शाह मलंग प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सह-संयोजक जियारत अली शाह मलंग ने बैठक में बताया कि इस राष्ट्रीय महासम्मेलन में 14 राज्यों से सूफी शाह मलंग प्रकोष्ठ के हजारों कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि इस आयोजन की तैयारियां कार्यकारिणी बैठक के तुरंत बाद शुरू हो चुकी हैं। इसके लिए विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों की एक विशेष बैठक भी इंद्रेश कुमार जी के मार्गदर्शन में आयोजित की गई, जिसमें प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक ताहिर शाह, कर्नाटक से सादक शाह, अकबर शाह, मजहर शाह, तेलंगाना से तौफिक शाह, मध्य प्रदेश से शेर अली शाह, उत्तर प्रदेश से इमरान शाह, फिरोज कादरी, अलीम, पत्रकार यूनुस, अब्दुल कादिर, यूसुफ सहित कई अन्य प्रमुख कार्यकर्ता शामिल हुए। इस बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय संयोजक अफजल ने की।
महासम्मेलन की तैयारियां जोरों पर:
जियारत अली शाह मलंग ने बताया कि सूफी शाह मलंग प्रकोष्ठ ने महासम्मेलन की सफलता के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। 14 राज्यों के कार्यकर्ता इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। यह महासम्मेलन न केवल मंच की गतिविधियों को राष्ट्रीय स्तर पर उजागर करेगा, बल्कि सूफी परंपराओं के माध्यम से शांति, प्रेम और एकता का संदेश भी देशभर में फैलाएगा।
इंद्रेश कुमार जी का मार्गदर्शन:7
इंद्रेश कुमार जी ने बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का उद्देश्य देश में सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करना है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे इस महासम्मेलन को एक ऐतिहासिक मील का पत्थर बनाने के लिए पूरे समर्पण के साथ कार्य करें। उनके मार्गदर्शन ने कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह का संचार किया।
महासम्मेलन का महत्व:
यह राष्ट्रीय महासम्मेलन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा, जहां देशभर के कार्यकर्ता एक मंच पर एकत्र होकर सामाजिक एकता और राष्ट्रीय विकास के लिए अपने विचारों और योजनाओं को साझा करेंगे। यह आयोजन सूफी परंपराओं के साथ-साथ देश की सांस्कृतिक और सामाजिक विविधता को भी रेखांकित करेगा।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का यह प्रयास देश में सामाजिक सौहार्द, एकता और भाईचारे को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। 27 सितंबर को होने वाला यह महासम्मेलन न केवल मंच के कार्यकर्ताओं के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणादायक और ऐतिहासिक क्षण होगा।
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