ब्रेकिंग न्यूज
बाराबंकी:- चार वर्ष पहले हुए शिखर हत्याकांड के बहुचर्चित मामले में नामजद पूर्व बसपा विधायक डॉ. विजय कुमार और उनकी अधिकारी पत्नी मृदुला आनंद को दो सप्ताह के भीतर गिरफ्तार करने के आदेश दिए गए हैं। उक्त अवधि में गिरफ्तारी न होने पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को न्यायालय में पेश होना पड़ेगा। इस आदेश के बाद हरकत में आई पुलिस ने छापेमारी करना शुरू कर दिया है। यह आदेश सोमवार को हाईकोर्ट ने जारी किया है।
बहराइच जिले के बशीरगंज कोतवाली नगर निवासी दिनेश चंद्र श्रीवास्तव के पुत्र शिखर उर्फ राजा का 19 जनवरी 2015 को लखनऊ महानगर स्थित विधायक आवास से अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। दूसरे दिन शिखर का शव बदोसराय थाना क्षेत्र के रामनगर मार्ग पर स्थित बरदरी मरकामऊ गांव में क्षत-विशत अवस्था में पड़ा मिला था। मृतक के पिता ने शिक्षक की नौकरी दिलाने के नाम पर लिए गए साढ़े तीन लाख रुपये के विवाद में गोरखपुर के बांसगांव विधानसभा के तत्कालीन बसपा विधायक डॉ. विजय कुमार और उनकी पत्नी मृदुला आनंद (शिक्षा विभाग में अधिकारी़) सहित आठ लोगों के खिलाफ हत्या, अपहरण व बलवा का मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमे की विवेचना कुछ समय के लिए सीबी सीआइडी को भी स्थानांतरित कर दी गई थी, लेकिन बाद में वादी मुकदमा के प्रयास से विवेचना पुन: बदोसराय पुलिस को सुपुर्द कर दी गई। मृतक के पिता दिनेश चंद्र की मृत्यु के बाद इस मामले की पैरवी मृतक के छोटे भाई शिवम श्रीवास्तव कर रहे हैं। शिवम ने बताया कि सोमवार को हाईकोर्ट के न्यायाधीश दिनेश कुमार ¨सह ने आदेश दिया है कि मुकदमे के विवेचक एसओ बदोसराय मनोज कुमार शर्मा नामजद आरोपितों को दो सप्ताह में गिरफ्तार करें। ऐसा न होने पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को अगली तिथि में तलब किया जाएगा। आदेश के बाद से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। नामजद विधायक, उनकी पत्नी व प्रकाश में आए अन्य लोगों की गिरफ्तारी हो जायेगी
बाराबंकी से मोहित वर्मा ब्यूरो चीफ की खाश रिपोर्ट
बाराबंकी:- चार वर्ष पहले हुए शिखर हत्याकांड के बहुचर्चित मामले में नामजद पूर्व बसपा विधायक डॉ. विजय कुमार और उनकी अधिकारी पत्नी मृदुला आनंद को दो सप्ताह के भीतर गिरफ्तार करने के आदेश दिए गए हैं। उक्त अवधि में गिरफ्तारी न होने पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को न्यायालय में पेश होना पड़ेगा। इस आदेश के बाद हरकत में आई पुलिस ने छापेमारी करना शुरू कर दिया है। यह आदेश सोमवार को हाईकोर्ट ने जारी किया है।
बहराइच जिले के बशीरगंज कोतवाली नगर निवासी दिनेश चंद्र श्रीवास्तव के पुत्र शिखर उर्फ राजा का 19 जनवरी 2015 को लखनऊ महानगर स्थित विधायक आवास से अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। दूसरे दिन शिखर का शव बदोसराय थाना क्षेत्र के रामनगर मार्ग पर स्थित बरदरी मरकामऊ गांव में क्षत-विशत अवस्था में पड़ा मिला था। मृतक के पिता ने शिक्षक की नौकरी दिलाने के नाम पर लिए गए साढ़े तीन लाख रुपये के विवाद में गोरखपुर के बांसगांव विधानसभा के तत्कालीन बसपा विधायक डॉ. विजय कुमार और उनकी पत्नी मृदुला आनंद (शिक्षा विभाग में अधिकारी़) सहित आठ लोगों के खिलाफ हत्या, अपहरण व बलवा का मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमे की विवेचना कुछ समय के लिए सीबी सीआइडी को भी स्थानांतरित कर दी गई थी, लेकिन बाद में वादी मुकदमा के प्रयास से विवेचना पुन: बदोसराय पुलिस को सुपुर्द कर दी गई। मृतक के पिता दिनेश चंद्र की मृत्यु के बाद इस मामले की पैरवी मृतक के छोटे भाई शिवम श्रीवास्तव कर रहे हैं। शिवम ने बताया कि सोमवार को हाईकोर्ट के न्यायाधीश दिनेश कुमार ¨सह ने आदेश दिया है कि मुकदमे के विवेचक एसओ बदोसराय मनोज कुमार शर्मा नामजद आरोपितों को दो सप्ताह में गिरफ्तार करें। ऐसा न होने पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को अगली तिथि में तलब किया जाएगा। आदेश के बाद से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। नामजद विधायक, उनकी पत्नी व प्रकाश में आए अन्य लोगों की गिरफ्तारी हो जायेगी
बाराबंकी से मोहित वर्मा ब्यूरो चीफ की खाश रिपोर्ट

Comments
Post a Comment