*भूख प्यास ने ले ली गब्बू की जान*मोहनाग गांव निवासी गब्बू पासवान हैदराबाद में दिहाड़ी मजदूरी करते थे,कोरोना के कारण हुए लॉक डाउन में वो हैदराबाद में ही फसे रह गए थे कुछ दिनों पूर्व उनकी तबीयत खराब हो गई लॉक डाउन की वजह से कोई कार्य न मिलने के कारण पैसों की तंगी थी जिससे वो अपना इलाज नहीं करा पा रहे थे इस वजह से हैदराबाद से गोरखपुर के लिए पैदल ही निकल पड़े थे रास्ते में अचानक तबीयत खराब हो जाने के कारण उनकी हैदराबाद में ही मृत्यु हो गई उनका अंतिम संस्कार भी वही हो गया, उनके परिवार में 3 छोटे बच्चे और पत्नी है,मृत्यु की खबर सुनकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान पीड़ित परिवार से मिलने उनके गांव पहुंची जहां पर मृतक गब्बू की पत्नी द्वारा बताया गया की उन्हें किसी भी तरह का सरकारी मदद नहीं मिला उन्होंने हैदराबाद में मदद के लिए कई जगह बात की थी पर वहां के प्रशासन द्वारा और सरकार द्वारा किसी तरह का कोई मदद उनके पति को नहीं मिला और अंततः मदद के अभाव में पैसों की तंगी के कारण भूख प्यास से उनकी तबीयत खराब हुई और उनकी मृत्यु हो गई,निर्मला पासवान ने सरकार पर आरोप लगाते हुए बोला कि यह सरकार कितने बेगुनाहों की जान लेगी भूख प्यास से तड़प रही जनता पैदल घर को आने को मजबूर है, रेलवे द्वारा बुलाया जा रहा है तो प्रत्येक व्यक्ति से पैसे लिए जा रहे हैं यदि किसी के पास पैसे नहीं हैं तो उन्हें आने नहीं दिया जा रहा,यह देश बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है इसमें केंद्र सरकार को आमजन की मदद करनी चाहिए पर केंद्र सरकार का रवैया जनता की भावनाओं के विपरीत है जो केंद्र सरकार की निरंकुशता को दर्शाता है।भवदीय साहिल विक्रम तिवारीकार्यवाहक,मीडिया प्रभारीजिला कांग्रेस कमेटी,गोरखपुर
*भूख प्यास ने ले ली गब्बू की जान*
मोहनाग गांव निवासी गब्बू पासवान हैदराबाद में दिहाड़ी मजदूरी करते थे,कोरोना के कारण हुए लॉक डाउन में वो हैदराबाद में ही फसे रह गए थे कुछ दिनों पूर्व उनकी तबीयत खराब हो गई लॉक डाउन की वजह से कोई कार्य न मिलने के कारण पैसों की तंगी थी जिससे वो अपना इलाज नहीं करा पा रहे थे इस वजह से हैदराबाद से गोरखपुर के लिए पैदल ही निकल पड़े थे रास्ते में अचानक तबीयत खराब हो जाने के कारण उनकी हैदराबाद में ही मृत्यु हो गई उनका अंतिम संस्कार भी वही हो गया, उनके परिवार में 3 छोटे बच्चे और पत्नी है,मृत्यु की खबर सुनकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान पीड़ित परिवार से मिलने उनके गांव पहुंची जहां पर मृतक गब्बू की पत्नी द्वारा बताया गया की उन्हें किसी भी तरह का सरकारी मदद नहीं मिला उन्होंने हैदराबाद में मदद के लिए कई जगह बात की थी पर वहां के प्रशासन द्वारा और सरकार द्वारा किसी तरह का कोई मदद उनके पति को नहीं मिला और अंततः मदद के अभाव में पैसों की तंगी के कारण भूख प्यास से उनकी तबीयत खराब हुई और उनकी मृत्यु हो गई,निर्मला पासवान ने सरकार पर आरोप लगाते हुए बोला कि यह सरकार कितने बेगुनाहों की जान लेगी भूख प्यास से तड़प रही जनता पैदल घर को आने को मजबूर है, रेलवे द्वारा बुलाया जा रहा है तो प्रत्येक व्यक्ति से पैसे लिए जा रहे हैं यदि किसी के पास पैसे नहीं हैं तो उन्हें आने नहीं दिया जा रहा,यह देश बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है इसमें केंद्र सरकार को आमजन की मदद करनी चाहिए पर केंद्र सरकार का रवैया जनता की भावनाओं के विपरीत है जो केंद्र सरकार की निरंकुशता को दर्शाता है।
भवदीय
साहिल विक्रम तिवारी
कार्यवाहक,मीडिया प्रभारी
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