सपा जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने कहा कि शहर से पश्चिम सटे रोहिन नदी जो हमारे आस्था की केंद्र है जिसमें लोग स्नान करते हैं पशु पानी पीते हैं मछुआरा लोग शिकार माही के द्वारा जीविकोपार्जन करते हैं बहुत दु:खद है कि उक्त नदी में किसी फैक्ट्री से दूषित पानी छोड़ दिया गया है जिससे पूरी नदी प्रदूषित व काली हो गई है और सभी मछलियां मर कर पानी के ऊपर आ गई हैं तथा अगल-बगल गांव के लोग उक्त दूषित मछलियों को खा रहे हैं जिससे भयंकर बीमारी फैलने की आशंका है जिला अध्यक्ष में जिला प्रशासन से मामले की जांच करा कर दोषी फैक्ट्री वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने तथा स्थानीय लोगों को दूषित मछली न खाने के प्रति विभागीय तौर पर जागरूक करने की मांग की है वही जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने एक अध्यादेश के द्वारा मजदूरों को शोषण से बचाने वाले श्रम कानून के अधिकांश प्राविधानों की 3 साल के लिए स्थगित कर दिया है। यह बेहद आपत्तिजनक और अमानवीय है। विस्थापन और बेरोजगारी के शिकार श्रमिकों को अब पूरी तरह उनके मालिकों की शर्तों पर काम करने के लिए विवश किये जाने की यह साजिश है। भाजपा को गरीब की नहीं पूंजीपति के हितों को बचाने की चिंता है। श्रमिकों को संरक्षण न दे पाने वाली भाजपा सरकार को तुरन्त त्यागपत्र दे देना चाहिए।
सपा जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने कहा कि शहर से पश्चिम सटे रोहिन नदी जो हमारे आस्था की केंद्र है जिसमें लोग स्नान करते हैं पशु पानी पीते हैं मछुआरा लोग शिकार माही के द्वारा जीविकोपार्जन करते हैं बहुत दु:खद है कि उक्त नदी में किसी फैक्ट्री से दूषित पानी छोड़ दिया गया है जिससे पूरी नदी प्रदूषित व काली हो गई है और सभी मछलियां मर कर पानी के ऊपर आ गई हैं तथा अगल-बगल गांव के लोग उक्त दूषित मछलियों को खा रहे हैं जिससे भयंकर बीमारी फैलने की आशंका है
जिला अध्यक्ष में जिला प्रशासन से मामले की जांच करा कर दोषी फैक्ट्री वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने तथा स्थानीय लोगों को दूषित मछली न खाने के प्रति विभागीय तौर पर जागरूक करने की मांग की है
वही जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने एक अध्यादेश के द्वारा मजदूरों को शोषण से बचाने वाले श्रम कानून के अधिकांश प्राविधानों की 3 साल के लिए स्थगित कर दिया है। यह बेहद आपत्तिजनक और अमानवीय है। विस्थापन और बेरोजगारी के शिकार श्रमिकों को अब पूरी तरह उनके मालिकों की शर्तों पर काम करने के लिए विवश किये जाने की यह साजिश है। भाजपा को गरीब की नहीं पूंजीपति के हितों को बचाने की चिंता है। श्रमिकों को संरक्षण न दे पाने वाली भाजपा सरकार को तुरन्त त्यागपत्र दे देना चाहिए।
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