*बाल विवाह के दो परिणाम दुर्बल काया दुखों की खान*
*-ब्यूरो चीफ*
गोरखपुर। 29जून 2023 को विकासखंड सरदार नगर के ग्राम जोधपुर के हरिजन बस्ती में यूनिसेफ व श्रम विभाग के तत्वावधान में संस्कार की टीम बाल संरक्षण विषय पर बाल हिंसा, बाल तस्करी,बाल विवाह जैसे जघन्य अपराधों की रोकथाम हेतु ग्राम में डोर टू डोर सर्वे नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जनमानस में जागरूकता लाने का सफल प्रयास किया। जिसमें दिखाया कि भारतवर्ष में बेटियों को दोयम दर्जे पर आका जाता है।जिसकी वजह से बच्चियों की कम उम्र में शादी कर देते हैं ।बच्चियां बीमार हो जाती हैं ।उनका शारीरिक,मानसिक विकास नहीं हो पाता। ऐसे में प्रसव के दौरान बहुत सारी बच्चियों की मृत्यु तक हो जाती है ।इसलिए जब तक लड़की 18 से ऊपर ना हो जाए लड़का 21 के ऊपर ना हो जाए बाल विवाह ना करें ।यह कानूनन अपराध कि श्रेणी में आता है।जो भी बाल विवाह में शामिल होगा उसे सजा व जुर्माना या फिर दोनों हो सकता है। कार्यक्रम में ग्राम प्रधान प्रभु राजभर, आंगनवाड़ी देवंती देवी,प्रेम शीला देवी,सरिता रानी उपस्थित थी। कार्यक्रम में मुख्य भूमिका निर्देशक मुकेश श्रीवास्तव,महेश वर्मा, दीपक वर्मा,अंकित श्रीवास्तव, विष्णु कुमार शिखा,आदि ने किया।
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