*दिव्यांगता पुनर्वास में आंगनबाड़ी कार्यकत्री की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण*
*ब्यूरो चीफ*
गोरखपुर।सीआरसी द्वारा जिला प्रशासन गोरखपुर के संयुक्त तत्वाधान में आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों हेतु एक दिवसीय जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन आज ब्लॉक मुख्यालय सभागार पिपराइच में कोविड -19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए किया गया।इस कार्यक्रम में 77 आँगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बाल विकास अधिकारी डॉ कुसुम लता उपस्थित रही। दिव्यांगता शीघ्र पहचान, निदान और रेफरल सेवाएं विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ कुसुम लता ने कहा कि दिव्यांगता पुनर्वास में आंगनबाड़ी कार्यकत्री की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि वे घर-घर तक जाती हैं और उनके माध्यम से दिव्यांग बच्चों की सूचना प्रशासन तक आसानी से पहुंच सकती है और प्रशासन उनके पुनर्वास में अपनी भूमिका निभा सकता है। सीआरसी गोरखपुर के पुनर्वास अधिकारी राजेश कुमार यादव ने दिव्यांगता की पहचान, हस्तक्षेप और रेफरल विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम समन्वयक नागेंद्र पांडे ने किया। सीआरसी गोरखपुर के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर श्री नीरज मधुकर ने कहा कि इस प्रकार के जन-जागरूकता कार्यक्रम गोरखपुर के सभी ब्लॉकों में करने की योजना है जिससे गोरखपुर में दिव्यांगजनों का पुनर्वास आसान हो जाएगा और वे आसानी से सीआरसी की सेवाओं तक पहुंच कर लाभ उठा सकेंगे।
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