स्वास्थ्य विभाग में दूसरे के नाम पर नौकरी करते गिरफ्तार।
स्थानीय सांगीपुर सी,एच, सी, में लगभग तीन वर्षों से स्वास्थ्य विभाग में सरकार की आंख में धूल झोककर सरकारी एक्सरे टेक्नीशियन के पद पर कार्य कर रहे युवक को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार को जांच करने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया।
बता दे युवक देवेश पाल पुत्र रामकुमार पाल निवासी पहाड़ गंज कायमगंज फरुखाबाद ने अंकित सिंह पुत्र राम सिंह निवासी सदर हरदोई के आई,डी, व नाम पर अपना फोटो लगाकर ग्यारह जुलाई दो हजार सोलह से सांगीपुर अस्पताल में एक्सरे टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत था।देवेश इलाहाबाद बैंक सांगीपुर में अंकित सिंह के नाम पर अपना खाता खुलवा रखा था और चेकबुक के लिए अप्लाई किया था जो बैंक ने अंकित के आई,डी, पर जानकारी किया तो अंकित को मालूम हुआ कि मेरे नाम पर कोई और नौकरी कर रहा है।
जिस पर अंकित ने जानकारी किया और सांगीपुर अस्पताल के अधीक्षक को फोन पर जानकारी दिया।यह सुन अधीक्षक सन्न रह गए और मुख्य चिकिसाधिकारी व जिलाधिकारी को सूचना दिया ।आनन फानन में सोमवार की दोपहर जिला से स्वास्थ्य विभाग की टीम में ए,सी,ओ,डॉ, सी,पी,शर्मा,जिला स्वास्थ्य अधिकारी आर,पी,सिंह,आयुष्मान अधिकारी सुधाकर व अधीक्षक अभिषेक सिंह ने पहुंचकर जांच किया और देवेश से पूंछ तांछ करने पर व कागजात मांगने पर आना कानी करने लगे जिस पर जांच टीम ने पुलिस को सूचना दिया और पुलिस पहुंचकर गिरफ्तार कर थाने ले गई।
पूंछ तांछ में अपना नाम देवेश पाल पुत्र रामकुमार पाल निवासी पहाड़गंज कायमगंज फरुखाबाद बताया।अपनी शिछा इण्टर पास बताया जो एक्सरे टेक्नीशियन नही था।बताया लखनऊ निवासी युवक ने पांच लाख रु, लेकर नौकरी दिलवाया था।
अंकित सिंह पुत्र राम सिंह को फोन पर जानकारी करने पर हरदोई के सिरसा अस्पताल में एक्सरे टेक्नीशियन के पद पर नौकरी कर रहा है।
ए, सी,ओ,डॉ, सी,पी, शर्मा का कहना है ।अंकित सिंह के नाम पर चार लोग अलग अलग जिला में इसी पद पर नौकरी कर रहे है जो सरकार के आंख में धूल झोंकने का काम कर रहे है।
अधीक्षक अभिषेक सिंह ने थाने में 420 धोखाधड़ी की तहरीर देवेश पाल के नाम दिया है।
देवेश की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल हो गया है ।इसके एक वर्ष की लड़की है।
लगभग चार माह हुआ देवेश पाल के पिता की मौत हो गई है।उसी में घर गया था ।और सावन में गुड़िया के तेव्हार में घर जाने की तैयारी बना रहे थे ।किंतु घर जाने के पहले जेल जाना हुआ यह पता नही था।. धमेंद्र दुबे की रिपोर्ट ्््
स्थानीय सांगीपुर सी,एच, सी, में लगभग तीन वर्षों से स्वास्थ्य विभाग में सरकार की आंख में धूल झोककर सरकारी एक्सरे टेक्नीशियन के पद पर कार्य कर रहे युवक को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार को जांच करने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया।
बता दे युवक देवेश पाल पुत्र रामकुमार पाल निवासी पहाड़ गंज कायमगंज फरुखाबाद ने अंकित सिंह पुत्र राम सिंह निवासी सदर हरदोई के आई,डी, व नाम पर अपना फोटो लगाकर ग्यारह जुलाई दो हजार सोलह से सांगीपुर अस्पताल में एक्सरे टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत था।देवेश इलाहाबाद बैंक सांगीपुर में अंकित सिंह के नाम पर अपना खाता खुलवा रखा था और चेकबुक के लिए अप्लाई किया था जो बैंक ने अंकित के आई,डी, पर जानकारी किया तो अंकित को मालूम हुआ कि मेरे नाम पर कोई और नौकरी कर रहा है।
जिस पर अंकित ने जानकारी किया और सांगीपुर अस्पताल के अधीक्षक को फोन पर जानकारी दिया।यह सुन अधीक्षक सन्न रह गए और मुख्य चिकिसाधिकारी व जिलाधिकारी को सूचना दिया ।आनन फानन में सोमवार की दोपहर जिला से स्वास्थ्य विभाग की टीम में ए,सी,ओ,डॉ, सी,पी,शर्मा,जिला स्वास्थ्य अधिकारी आर,पी,सिंह,आयुष्मान अधिकारी सुधाकर व अधीक्षक अभिषेक सिंह ने पहुंचकर जांच किया और देवेश से पूंछ तांछ करने पर व कागजात मांगने पर आना कानी करने लगे जिस पर जांच टीम ने पुलिस को सूचना दिया और पुलिस पहुंचकर गिरफ्तार कर थाने ले गई।
पूंछ तांछ में अपना नाम देवेश पाल पुत्र रामकुमार पाल निवासी पहाड़गंज कायमगंज फरुखाबाद बताया।अपनी शिछा इण्टर पास बताया जो एक्सरे टेक्नीशियन नही था।बताया लखनऊ निवासी युवक ने पांच लाख रु, लेकर नौकरी दिलवाया था।
अंकित सिंह पुत्र राम सिंह को फोन पर जानकारी करने पर हरदोई के सिरसा अस्पताल में एक्सरे टेक्नीशियन के पद पर नौकरी कर रहा है।
ए, सी,ओ,डॉ, सी,पी, शर्मा का कहना है ।अंकित सिंह के नाम पर चार लोग अलग अलग जिला में इसी पद पर नौकरी कर रहे है जो सरकार के आंख में धूल झोंकने का काम कर रहे है।
अधीक्षक अभिषेक सिंह ने थाने में 420 धोखाधड़ी की तहरीर देवेश पाल के नाम दिया है।
देवेश की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल हो गया है ।इसके एक वर्ष की लड़की है।
लगभग चार माह हुआ देवेश पाल के पिता की मौत हो गई है।उसी में घर गया था ।और सावन में गुड़िया के तेव्हार में घर जाने की तैयारी बना रहे थे ।किंतु घर जाने के पहले जेल जाना हुआ यह पता नही था।. धमेंद्र दुबे की रिपोर्ट ्््


Comments
Post a Comment