*झांसी में गल्ला की खरीदारी में घाटा पड़ जाने से व्यापारी ने लगाई फांसी*
*दैनिक ब्यूरो, झांसी- वीरेंद्र वर्मा/ लालता प्रसाद*
झांसी: बुंदेलखंड जनपद झांसी में व्यापार में घाटा लगने से दुखी एक गल्ला व्यापारी ने सुसाइड कर लिया। वह 15 सालों से गांवों में जाकर किसानों से फुटकर गल्ला खरीदा करते थे। व्यापार में घाटा लगने पर उन पर लाखों रुपए का कर्ज हो गया था। इससे दुखी होकर व्यापारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। दूसरे गांव में जाकर बस गए थे मृतक का नाम हरप्रसाद साहू पुत्र रामकिशन था। वह मूल रूप से समथर थाना क्षेत्र के छोटा बेलमा गांव के रहने वाले थे, लेकिन पिछले 15 सालों से पूंछ थाना क्षेत्र के सिकंदरा गांव में मकान बनाकर रह रहे थे। वह अपने मकान में ही गल्ला का व्यापार करते थे और वह किसानों से फुटकर गेहूं, मटर, सरसों, जो आदि फसलों की खरीदारी करते थे।शनिवार रात को उन्होंने कमरे में फांसी लगा ली। जब परिजन कमरे में गए तो वह पंखे पर लटके हुए थे। परिजनों ने आनन फानन उनको नीचे उतारा और मोंठ सीएचसी ले गए। जहां पर डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।व्यापार में लगातार हो रहा था घाटा मृतक के बेटे रिंकू साहू ने बताया कि पिता गल्ला व्यापारी थे। वह कई सालों से किसानों का फुटकर गल्ला खरीदते थे। कई माह से उन्हें व्यापार में घाटा हो रहा था। जिस कारण से वह कई किसानों के कर्ज तले दब गए थे। उन्हें किसानों का कर्ज भी देना था। कर्ज से परेशान होकर उनके पिता ने यह कदम उठाया है। पिता की मौत होने से उनका परिवार पूरी तरह से बिखर गया है। हरप्रसाद के दो बेटे हैं। बड़ा रिंकू हैं, जबकि छोटा 18 साल का गोलू है। गोलू बीए में पढ़ रहा है। अभी दोनों बेटों की शादी नहीं हुई है।पैतृक गांव में 6 बीघा जमीन मृतक हरप्रसाद साहू के पिता रामकिशुन साहू के नाम छोटा बेलमा में 6 बीघा जमीन है। जमीन कम होने के कारण ही वह व्यापार करने के लिए गांव छोड़कर 15 साल पहले सिकंदरा गांव में रहने लगे थे, लेकिन अचानक हर प्रसाद साहू के फांसी लगा लेने से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
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