*18 नवंबर, 608 वां कुतबुल जिंदा शाह मदार उर्स के मौके पर चादरपोशी के साथ मुल्क में अमन की दुआ*
*मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक डाॅ इंद्रेश कुमार जी का जिंदा-शाह-मदार दरगाह मकनपुर में आना हमारे सम्प्रदाय के लिए गर्व की बात: सूफी जियारत अली शाह मलंग*
कानपुर देहात।मकनपुर में दरगाह कुतबुल जिंदा शाह मदार बाबा रहमतुल्लाह अलैह का तीन दिवसीय 18 नवम्बर से 608 वां उर्स शरीफ चादर पोशी और गुलपोशी के साथ शुरू होगा।
सूत्रों की जानकारी के अनुसार 18 नवंबर को दरगाह पर चादरपोशी और मुल्क के अमन और तरक्की की दुआ के लिए इस्लाम मजहब के महान चिंतक और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक डाॅ इंद्रेश कुमार जी पहली बार मकनपुर आ रहे हैं इस बीच देश के कोने-कोने से आये सूफ़ीसंत शाह-मलंग (फकीर) समुदाय के लोगों से बातचीत और मुलाकात करेंगे. (मुस्लिम राष्ट्रीय मंच) सूफी शाह मलंग प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय सह संयोजिका और राष्ट्रीय शाह समाज फाउंडेशन इन्डिया की राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट चांदनी शाहबानो ने बताया कि हमेशा से जिंदा शाह मदारियों ने इस्लाम को हिन्दुस्तानी प्रवाह में फैलाया है, जो पूरी तरह हिन्दुस्तानी और हिन्दुस्तानियत को शूट करती है य़ह समुदाय विदेशी इस्लाम का प्रवाह नहीं है ! सूफ़ीशाह-मलंग (फकीर) संप्रदाय के संस्थापक एवं सिलसिले मदारिया के महान सूफ़ीसंत-फकीर कुतबुल जिंदा शाह मदार के 608 वां तीन दिवसीय उर्स दरगाह शरीफ चादर पोशी और गुलपोशी के साथ 18 नवंबर से शुरू होगा
(मुस्लिम राष्ट्रीय मंच) सूफी शाह मलंग प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय सह संयोजक सूफी जियारत अली शाह मलंग ने बताया कि मदारिया सिलसिला के हजारों लाखों लोगों के बीच मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार जी का आना हमारे लिए गर्व की बात है आजाद हिन्दुस्तान में आज भी छुआ-छूत, भेदभाव और सामाजिक वहिष्कार झेल रहा सूफीशाह मलंग (फकीर) संप्रदाय के लोगों के लिए यह पहला मौका है जब दिल्ली पार्लियामेंट से लेकर हिन्दुस्तानी राजनीति में हमारे लिए अलग से वक्त बोर्ड से लेकर विभिन्न क्षेत्रों में चिंता किया जा रहा है. हमारी पहचान को पुनः कायम करने वाले एवं इस्लाम मजहब के महान चिंतक इंद्रेश कुमार जी के स्वागत में मदारिया सिलसिला अपनी पूरी ऊर्जा के साथ एकजुट होकर सिलसिले की बेहतरी और विकास के लिए हमेशा तैयार है.
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