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उन्होने बताया है कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना ‘‘पर ड्राप मोर क्राप’’ (माइक्रोइरीगेशन) योजनान्तर्गत ड्रिप सिंचाई-218, पोर्टेबल स्प्रिंकलर-616 है0, माइक्रो स्प्रिंकलर-120 है0, मिनी स्प्रिंकलर-102 है0, रेनगन स्पिं्रकलर-58 है0 एवं 50 कृषकों के प्रशिक्षण का लक्ष्य प्राप्त है। औद्यानिक विकास योजना (राज्य सेक्टर) ए0सी0पी0 योजनान्तर्गत सब्जी की खेती, मसाला की खेती, पुष्प की खेती एवं आई0पी0एम0 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। गुणवत्तायुक्त पान उत्पादन को प्रोत्साहन योजनान्तर्गत पान बरेजा निर्माण (1500 वर्ग मी0)-05 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत ‘‘पान विकास योजनान्तर्गत’’ पान बरेजा निर्माण (500 वर्ग मी0)-30 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। फलपटटी विकास योजनान्तर्गत कैनोपी प्रबन्धन/जीर्णोद्धार-4.0, आई0पी0एम0-14.6, पावर्ड नैपसेक स्प्रेयर-10 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। आयुष मिशन योजनान्तर्गत तुलसी की खेती-10 है0 एवं एलोवेरा की खेती-05 है0 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। योजनाओं के विस्तृत जानकारी हेतु किसान भाई कार्यालय जिला उद्यान अधिकारी प्रतापगढ़ में सम्पर्क कर सकते है।
उन्होने बताया है कि शासनादेश के अनुरूप कृषक पंजीकरण के सात दिवस के अन्दर आधार कार्ड की छायाप्रति, बैंक पासबुक के प्रथम पेज की छायाप्रति, खतौनी एवं एक फोटो जमाकर दें अन्यथा बाद में पंजीकृत कृषक जिसने शासनादेश के अनुरूप आवेदन जमा कर दिया होगा वह आपके पहले कार्यक्रम का पात्र हो जायेगा एवं उसका आवेदन लक्ष्य की उपलब्धता के अनुरूप स्वीकृत कर दिया जायेगा। कार्यक्रम के अन्तर्गत पौध राजकीय पौधशाला से स्वयं के व्यय पर, अन्य सभी मद/कार्यक्रम में कृषक को अपने व्यय से स्वयं कराना होगा। कार्यक्रम के अन्तर्गत अनुदान का भुगतान सत्यापन के उपरान्त बजट की उपलब्धता के आधार पर पंजीकरण के अनुरूप खाते में आनलाइन डी0बी0टी0 के माध्यम से किया जायेगा।
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जिला सूचना कार्यालय प्रतापगढ़ द्वारा प्रसारित
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