मेडिकोलीगल के दौरान बिगड़ी मृदुला आनंद की तबीयत
बाराबंकी :- चार साल तक पुलिस को चकमा देने वाली शिखर हत्याकांड की मुख्यारोपित मृदुला आनंद की गिरफ्तारी के बाद चिकित्सकीय परीक्षण के दौरान जिला अस्पताल में तबीयत बिगड़ने लगी। उल्टी होने पर फिजीशियन को बुलाकर उसका चेकअप कराया गया।
रामनगर थाना क्षेत्र के महादेवा गेट पर करीब 11 बजे पुलिस ने मृदुला आनंद को गिरफ्तार किया था। न्यायालय में पेश करने से पहले एक दारोगा और दो महिला सिपाही चिकित्सकीय परीक्षण कराने के लिए करीब दो बजे उसे लेकर जिला अस्पताल लेकर पहुंचीं। मेडिकल ऑफीसर डॉ. विनायक कुमार त्रिपाठी चिकित्सकीय परीक्षण कर रहे थे तभी अचानक मृदुला आनंद को उल्टी होने लगी। उल्टी कर जब वह वापस आती हैं तो डॉक्टर ने पूछा कि उन्होंने कुछ खाया अथवा कुछ खिलाया तो नहीं गया है। फिलहाल एक फिजीशियन राजेश कुमार कुशवाहा को बुलाकर उनका परीक्षण कराया गया। फिल्म लगी कार से लाई गई अस्पताल : पुलिस मृदुला आनंद को एक निजी कार से लेकर मेडिकोलीगल के लिए लाई थी। कार में लगी फिल्म से अंदर कौन बैठा है? स्पष्ट नहीं हो रहा था। दरअसल पुलिस को उन्हें मीडिया से छिपाकर लाने ले जाने की हिदायत दी गई थी। यही कारण था कि पुलिस ने बिना मीडिया के सामने लाए गुपचुप तरीके से जेल भेजना चाह रही थी। सात दिन की रिमांड पर जेल का आदेश : मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश की गई हत्यारोपिता को सीजेएम संजय यादव ने सात दिन की रिमांड पर जेल भेजने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस उन्हें जेल के लिए लेकर रवाना हो गई। छिपाती रही चेहरा : पुलिस हिरासत में मेडिकल परीक्षण से लेकर न्यायालय लाने और ले जाने तक मृदुला आनंद शॉल से अपना चेहरा छिपाती रहीं। वहीं मीडियाकर्मियों को देखते ही वह अपना चेहरा फेर लेती थी। गिरफ्तारी के बाद तक झेलती रही पुलिस : चार साल तक पुलिस को चकमा देने वाली एडी बेसिक को गिरफ्तार करने में पुलिस को नाको चना चबाना पड़ा।
बाराबंकी से मोहित वर्मा ब्यूरो चीफ की खाश रिपोर्ट
बाराबंकी :- चार साल तक पुलिस को चकमा देने वाली शिखर हत्याकांड की मुख्यारोपित मृदुला आनंद की गिरफ्तारी के बाद चिकित्सकीय परीक्षण के दौरान जिला अस्पताल में तबीयत बिगड़ने लगी। उल्टी होने पर फिजीशियन को बुलाकर उसका चेकअप कराया गया।
रामनगर थाना क्षेत्र के महादेवा गेट पर करीब 11 बजे पुलिस ने मृदुला आनंद को गिरफ्तार किया था। न्यायालय में पेश करने से पहले एक दारोगा और दो महिला सिपाही चिकित्सकीय परीक्षण कराने के लिए करीब दो बजे उसे लेकर जिला अस्पताल लेकर पहुंचीं। मेडिकल ऑफीसर डॉ. विनायक कुमार त्रिपाठी चिकित्सकीय परीक्षण कर रहे थे तभी अचानक मृदुला आनंद को उल्टी होने लगी। उल्टी कर जब वह वापस आती हैं तो डॉक्टर ने पूछा कि उन्होंने कुछ खाया अथवा कुछ खिलाया तो नहीं गया है। फिलहाल एक फिजीशियन राजेश कुमार कुशवाहा को बुलाकर उनका परीक्षण कराया गया। फिल्म लगी कार से लाई गई अस्पताल : पुलिस मृदुला आनंद को एक निजी कार से लेकर मेडिकोलीगल के लिए लाई थी। कार में लगी फिल्म से अंदर कौन बैठा है? स्पष्ट नहीं हो रहा था। दरअसल पुलिस को उन्हें मीडिया से छिपाकर लाने ले जाने की हिदायत दी गई थी। यही कारण था कि पुलिस ने बिना मीडिया के सामने लाए गुपचुप तरीके से जेल भेजना चाह रही थी। सात दिन की रिमांड पर जेल का आदेश : मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश की गई हत्यारोपिता को सीजेएम संजय यादव ने सात दिन की रिमांड पर जेल भेजने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस उन्हें जेल के लिए लेकर रवाना हो गई। छिपाती रही चेहरा : पुलिस हिरासत में मेडिकल परीक्षण से लेकर न्यायालय लाने और ले जाने तक मृदुला आनंद शॉल से अपना चेहरा छिपाती रहीं। वहीं मीडियाकर्मियों को देखते ही वह अपना चेहरा फेर लेती थी। गिरफ्तारी के बाद तक झेलती रही पुलिस : चार साल तक पुलिस को चकमा देने वाली एडी बेसिक को गिरफ्तार करने में पुलिस को नाको चना चबाना पड़ा।
बाराबंकी से मोहित वर्मा ब्यूरो चीफ की खाश रिपोर्ट

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