फ़तेहपुर ख़ास ख़बर -
अजब दरोगा की गजब कहानी, युवक को पीटा, रुपये छीने
- फिर दर्ज कर दिया पीड़ित के खिलाफ़ ही मारपीट का मुकदमा
सदर कोतवाली क्षेत्र के भैरमपुर गांव निवासी एक युवक के साथ मारपीट कर रुपए छीने जाने के मामले में अधिकारी जांच की बात कहकर बैकफुट पर हैं जबकि आरोपी जेल चौकी इंचार्ज सत्यप्रकाश सिंह बराबर पीड़ित को किसी न किसी माध्यम से धमकाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं चौकी इंचार्ज ने मारपीट व छिनैती जैसे गम्भीर आरोपों से बचने के लिए युवक पर पकड़े जाने के बाद दूसरे दिन देर रात एक व्यक्ति से प्रार्थना पत्र लेकर मारपीट की धाराओं पर युवक के खिलाफ एक फर्जी मुकदमा पंजीकृत करा दिया है। युवक ने जान माल की सुरक्षा की पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई है।
बता दें कि चौकी इंचार्ज जेल रोड़ सत्यप्रकाश सिंह ने 15 अक्टूबर को युवक को श्याम नर्सिंग होम के पास से गाली-गलौज करते हुए जबरन उठा लिया था और कोतवाली में बुरी तरह सिपाही के साथ मिलकर बेल्टों से पीटा था इसके बाद उसका मोबाइल व दो हजार रुपये भी छीन लिए थे और दूसरे दिन 151 में चालान कर दिया था। उसी दिन सोशल मीडिया में मारपीट का मामला तूल पकड़ने के बाद अपने बचाव के लिए चौकी इंचार्ज ने चुपचाप मारपीट की धाराओं में एक व्यक्ति से तहरीर लेकर उक्त युवक सोनू के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर दिया। युवक ने बताया कि जिस दिन उसके साथ मारपीट हुई थी उसी रात को कोतवाली में कुछ मीडियाकर्मी आए थे उनसे रो-रोकर पूरा मामला बताया था जिन्होंने उस मामले को अधिकारियों तक संज्ञान में लाने का प्रयास किया था। इसी बात की खुन्नस में चौकी इंचार्ज ने 16 तारीख को रात 1:00 बजे मारपीट, गाली गलौज की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया जबकि जिस युवक से तहरीर ली गई है और एफआईआर में कहा गया है कि मैंने उसे फोन पर गाली और धमकी दी। उस युवक से सोनू की मोबाइल पर बात ही नहीं हुई है। युवक ने बताया कि गांव की ही एक लड़की घर से कहीं नाराज हो कर चली गई है उसी के मामले में पूछताछ के नाम पर दो तीन बार मेरी बहन को चौकी इंचार्ज जेल रोड सत्य प्रकाश सिंह चौकी में बुलाकर बैठा लेते थे और बयान लेने के नाम पर मानसिक शोषण कर रहे थे। इसी बात पर मैंने उनसे बार-बार बहन को ना बुलाने के लिए मना किया जिस पर उन्होंने कुछ सुविधा शुल्क की मांग की जिसको मैं पूरा नहीं कर पाया। इसी में मुझको रास्ते से उठाकर एक सिपाही के साथ मिलकर बेल्टों से मुझे मारा-पीटा गया और देर रात फर्जी मुकदमा दर्ज कर दिया गया। जबकि अभी भी मेरे शरीर मे मारपीट के निशान मौजूद हैं जो मैंने सीओ रामप्रकाश को दिखाए हैं। सोनू ने बताया कि अभी भी उसका मोबाइल व दो हजार रुपये चौकी इंचार्ज ने वापस नहीं किए हैं। वहीं कई लोगों के माध्यम से चौकी इंचार्ज सत्य प्रकाश यह भी कहलवा रहे हैं की अभी एक मुकदमा दर्ज किया है पुलिस से मत उलझो नहीं तो अन्य मुकदमों में फंसाकर जेल भेज दिए जाओगे। युवक व उसके परिजनों ने कहा कि वह बेहद गरीब हैं मजदूरी करके परिवार चलाते हैं। उन्हें उक्त चौकी इंचार्ज से जानमाल का खतरा है। युवक व उसके परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है। वहीं इस बाबत मामले के जांच अधिकारी सीओ रामप्रकाश से जानकारी लेनी चाही लेकिन उनका कई रिंग के बाद भी फोन नहीं उठा।☀
धर्म वीर सिंह
अजब दरोगा की गजब कहानी, युवक को पीटा, रुपये छीने
- फिर दर्ज कर दिया पीड़ित के खिलाफ़ ही मारपीट का मुकदमा
सदर कोतवाली क्षेत्र के भैरमपुर गांव निवासी एक युवक के साथ मारपीट कर रुपए छीने जाने के मामले में अधिकारी जांच की बात कहकर बैकफुट पर हैं जबकि आरोपी जेल चौकी इंचार्ज सत्यप्रकाश सिंह बराबर पीड़ित को किसी न किसी माध्यम से धमकाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं चौकी इंचार्ज ने मारपीट व छिनैती जैसे गम्भीर आरोपों से बचने के लिए युवक पर पकड़े जाने के बाद दूसरे दिन देर रात एक व्यक्ति से प्रार्थना पत्र लेकर मारपीट की धाराओं पर युवक के खिलाफ एक फर्जी मुकदमा पंजीकृत करा दिया है। युवक ने जान माल की सुरक्षा की पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई है।
बता दें कि चौकी इंचार्ज जेल रोड़ सत्यप्रकाश सिंह ने 15 अक्टूबर को युवक को श्याम नर्सिंग होम के पास से गाली-गलौज करते हुए जबरन उठा लिया था और कोतवाली में बुरी तरह सिपाही के साथ मिलकर बेल्टों से पीटा था इसके बाद उसका मोबाइल व दो हजार रुपये भी छीन लिए थे और दूसरे दिन 151 में चालान कर दिया था। उसी दिन सोशल मीडिया में मारपीट का मामला तूल पकड़ने के बाद अपने बचाव के लिए चौकी इंचार्ज ने चुपचाप मारपीट की धाराओं में एक व्यक्ति से तहरीर लेकर उक्त युवक सोनू के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर दिया। युवक ने बताया कि जिस दिन उसके साथ मारपीट हुई थी उसी रात को कोतवाली में कुछ मीडियाकर्मी आए थे उनसे रो-रोकर पूरा मामला बताया था जिन्होंने उस मामले को अधिकारियों तक संज्ञान में लाने का प्रयास किया था। इसी बात की खुन्नस में चौकी इंचार्ज ने 16 तारीख को रात 1:00 बजे मारपीट, गाली गलौज की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया जबकि जिस युवक से तहरीर ली गई है और एफआईआर में कहा गया है कि मैंने उसे फोन पर गाली और धमकी दी। उस युवक से सोनू की मोबाइल पर बात ही नहीं हुई है। युवक ने बताया कि गांव की ही एक लड़की घर से कहीं नाराज हो कर चली गई है उसी के मामले में पूछताछ के नाम पर दो तीन बार मेरी बहन को चौकी इंचार्ज जेल रोड सत्य प्रकाश सिंह चौकी में बुलाकर बैठा लेते थे और बयान लेने के नाम पर मानसिक शोषण कर रहे थे। इसी बात पर मैंने उनसे बार-बार बहन को ना बुलाने के लिए मना किया जिस पर उन्होंने कुछ सुविधा शुल्क की मांग की जिसको मैं पूरा नहीं कर पाया। इसी में मुझको रास्ते से उठाकर एक सिपाही के साथ मिलकर बेल्टों से मुझे मारा-पीटा गया और देर रात फर्जी मुकदमा दर्ज कर दिया गया। जबकि अभी भी मेरे शरीर मे मारपीट के निशान मौजूद हैं जो मैंने सीओ रामप्रकाश को दिखाए हैं। सोनू ने बताया कि अभी भी उसका मोबाइल व दो हजार रुपये चौकी इंचार्ज ने वापस नहीं किए हैं। वहीं कई लोगों के माध्यम से चौकी इंचार्ज सत्य प्रकाश यह भी कहलवा रहे हैं की अभी एक मुकदमा दर्ज किया है पुलिस से मत उलझो नहीं तो अन्य मुकदमों में फंसाकर जेल भेज दिए जाओगे। युवक व उसके परिजनों ने कहा कि वह बेहद गरीब हैं मजदूरी करके परिवार चलाते हैं। उन्हें उक्त चौकी इंचार्ज से जानमाल का खतरा है। युवक व उसके परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है। वहीं इस बाबत मामले के जांच अधिकारी सीओ रामप्रकाश से जानकारी लेनी चाही लेकिन उनका कई रिंग के बाद भी फोन नहीं उठा।☀
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