हाय री योगी जी की पुलिस गरीबों को सितम बलात्कारियों पर
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जिला उन्नाव के बांगरमऊ में अंधेर नगरी चौपट राज कायम
आकाओं के आशीर्वाद से अपनी लंबी रसूखदार के चलते नहीं है कोई खौफ कोतवाल व कस्बा चौकी इंचार्ज साहब को आखिर यहां पर मिलती है बलात्कारियों अपराधियों को पना
एडीजी साहब बांगरमऊ पुलिस उड़ा रही है आपके आदेशों की धज्जियां
उन्नाव के बांगरमऊ कलयुगी पिता ने अपनी 12 वर्षीय बेटी तरन्नुम से किया दुष्कर्म।
बांगरमऊ में कलयुगी बाप ने पिता पुत्री के पवित्र रिश्ते को शर्मसार कर दिया।
जहां कल नव नियुक्त सीओ साहब ने कार्रवाई कराने का आदेश दिया था वही जब आज पीड़िता ने कस्बा चौकी इंचार्ज विकास यादव को जी को फोन कर के कहा साहब आकर देख लीजिए लड़की का बाप यहां पर बैठा इंचार्ज साहब पीड़िता को जवाब देते हैं कि हम यहां नहीं है हम उन्नाव में जब पीड़िता कोतवाली पहुंचती है तो कस्बा चौकी इंचार्ज साहब कोतवाली में कुर्सी पर आराम फरमा रहे होते हैं जब उसने वहां उनको देखा तो फिर कहा साहब आप तो कह रहे थे की हम उन्नाव में हैं तो इंचार्ज साहब आग का बबूला हो गए और पीड़िता को हड़काते हुए कहा जो तुमको करना है वह कर लो और मासूम लड़की के पिता ने यहां तक कहा कि मेरा कोई कुछ नहीं कर पाएगा मैंने पुलिस को ₹20 हज़ार। रुपए में खरीद लिया है। और तुम्हारी मेडिकल रिपोर्ट में भी कुछ नहीं निकलेगा जबकि सीओ साहब निकल कई पहलुओं पर जांच की थी
नाबालिग पीड़िता ने यह बात अपनी पड़ोसन को बताई तो मामला पुलिस तक पंहुचा।
वाहसि हवस का पुजारी पिता हुआ फरार।
वही बांगरमऊ की पुलिस फिर रफा-दफा करने के चक्कर में लगी रही।
6:00 बजे से रात के 11:00 बजे तक थाने में बैठाने के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई।
बेटी अपने पिता के साथ जंगल में लकड़ी लेने गई थी तबी उस हैवान पिता की नियत डगमगा गई।
तरन्नुम के कलयुगी पिता की जानकारी सीईओ साहब को जैसे ही लगी तो तत्काल कार्रवाई कराने के आदेश दिए ।
बांगरमऊ थाना पुलिस ने पिता के खिलाफ पॉस्को एक्ट और जेजे एक्ट में मामला दर्ज कराने की बात कही।
तो वहीं कोतवाली पुलिस अपना पल्ला झाड़ने लगती है जांच करने का आश्वासन देने लगती है जबकि अब तक कोतवाली व कस्बा इंचार्ज पर सैकड़ों आरोप लग चुके हैं
जब लड़की की मां ने मेडिकल करवाने की बात कही तो तब इस्पेक्टर साहब ने कहा आपका अपना पर्सनल मामला है आपस में ही निपटा लो।
सबसे बड़ी शर्म की बात तो यह है कि इस्पेक्टर साहब ऐसे मामलों को बजाए मुकदमा दर्ज करने के बजाए पीड़ितों को थाने में कई दिन चक्कर लगाने के बाद कई घंटों बैठाने के बाद जांच के नाम पर लौटा दिया जाता है।
अब देखना यह होगा कि योगी जी की पुलिस क्या कार्रवाई करती है।
या सिर्फ इसमें भी एक लीपापोती कर कर छोड़ दिया जाएगा ये एक बड़ा सवाल है।
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जिला उन्नाव के बांगरमऊ में अंधेर नगरी चौपट राज कायम
आकाओं के आशीर्वाद से अपनी लंबी रसूखदार के चलते नहीं है कोई खौफ कोतवाल व कस्बा चौकी इंचार्ज साहब को आखिर यहां पर मिलती है बलात्कारियों अपराधियों को पना
एडीजी साहब बांगरमऊ पुलिस उड़ा रही है आपके आदेशों की धज्जियां
उन्नाव के बांगरमऊ कलयुगी पिता ने अपनी 12 वर्षीय बेटी तरन्नुम से किया दुष्कर्म।
बांगरमऊ में कलयुगी बाप ने पिता पुत्री के पवित्र रिश्ते को शर्मसार कर दिया।
जहां कल नव नियुक्त सीओ साहब ने कार्रवाई कराने का आदेश दिया था वही जब आज पीड़िता ने कस्बा चौकी इंचार्ज विकास यादव को जी को फोन कर के कहा साहब आकर देख लीजिए लड़की का बाप यहां पर बैठा इंचार्ज साहब पीड़िता को जवाब देते हैं कि हम यहां नहीं है हम उन्नाव में जब पीड़िता कोतवाली पहुंचती है तो कस्बा चौकी इंचार्ज साहब कोतवाली में कुर्सी पर आराम फरमा रहे होते हैं जब उसने वहां उनको देखा तो फिर कहा साहब आप तो कह रहे थे की हम उन्नाव में हैं तो इंचार्ज साहब आग का बबूला हो गए और पीड़िता को हड़काते हुए कहा जो तुमको करना है वह कर लो और मासूम लड़की के पिता ने यहां तक कहा कि मेरा कोई कुछ नहीं कर पाएगा मैंने पुलिस को ₹20 हज़ार। रुपए में खरीद लिया है। और तुम्हारी मेडिकल रिपोर्ट में भी कुछ नहीं निकलेगा जबकि सीओ साहब निकल कई पहलुओं पर जांच की थी
नाबालिग पीड़िता ने यह बात अपनी पड़ोसन को बताई तो मामला पुलिस तक पंहुचा।
वाहसि हवस का पुजारी पिता हुआ फरार।
वही बांगरमऊ की पुलिस फिर रफा-दफा करने के चक्कर में लगी रही।
6:00 बजे से रात के 11:00 बजे तक थाने में बैठाने के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई।
बेटी अपने पिता के साथ जंगल में लकड़ी लेने गई थी तबी उस हैवान पिता की नियत डगमगा गई।
तरन्नुम के कलयुगी पिता की जानकारी सीईओ साहब को जैसे ही लगी तो तत्काल कार्रवाई कराने के आदेश दिए ।
बांगरमऊ थाना पुलिस ने पिता के खिलाफ पॉस्को एक्ट और जेजे एक्ट में मामला दर्ज कराने की बात कही।
तो वहीं कोतवाली पुलिस अपना पल्ला झाड़ने लगती है जांच करने का आश्वासन देने लगती है जबकि अब तक कोतवाली व कस्बा इंचार्ज पर सैकड़ों आरोप लग चुके हैं
जब लड़की की मां ने मेडिकल करवाने की बात कही तो तब इस्पेक्टर साहब ने कहा आपका अपना पर्सनल मामला है आपस में ही निपटा लो।
सबसे बड़ी शर्म की बात तो यह है कि इस्पेक्टर साहब ऐसे मामलों को बजाए मुकदमा दर्ज करने के बजाए पीड़ितों को थाने में कई दिन चक्कर लगाने के बाद कई घंटों बैठाने के बाद जांच के नाम पर लौटा दिया जाता है।
अब देखना यह होगा कि योगी जी की पुलिस क्या कार्रवाई करती है।
या सिर्फ इसमें भी एक लीपापोती कर कर छोड़ दिया जाएगा ये एक बड़ा सवाल है।

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