हाकिम बदले सुविधा शुल्क दोगुनी हुई
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई न करने के नाम पर हाकिम के नाम पर सुविधा शुल्क बढ़ा दी है। इसके लिए प्राइवेट आदमी भेज कर वसूली की जा रही है।
कस्बे में इन दिनों परचून की दुकानों एवं मिठाई की दुकानों मैं एक प्राइवेट आदमी आकर फोन से दुकानदार की बात कराता है और यह बताता है कि हाकिम बदल चुके हैं इसलिए यह सुविधा शुल्क अब ₹6000 ली जा रही है। दुकानदार तमाम तरह की दिक्कतों से बचने के लिए सुविधा शुल्क देकर अपनी बचत करता है। इसके साथ साथ परचून की दुकानों व अन्य व्यवसाय जिन पर खाद्य सामग्री बिक्री की जाती है उन पर लाइसेंस के नाम पर भी जमकर वसूली की जाती है इसका जीता जागता उदाहरण कस्बे में अभी तक किसी दुकानदार के यहां से ना तो सैंपल भरा जाता है और ना ही कोई कार्रवाई की जाती है। यह सब दुकानदारों के बीच मध्यस्था वसूली का काम प्राइवेट आदमी करता है। दुकानदार भी तमाम तरह की झंझट से बचने के लिए सुविधा शुल्क देना ही सरल तरीका समझते हैं। इस त्योहारी मौसम पर कस्बे के साथ-साथ मुरादीपुर औंग शिवराजपुर छिवली मैं भी विभाग द्वारा दुकानदारों से जमकर वसूली की जा रही है। चर्चा मैं आए शख्स के बारे में जानकारी मांगी गई थी पता चला कि उक्त व्यक्ति फूड इंस्पेक्टर का करीबी बताया गया है।
DHARAM VEER SINGH
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई न करने के नाम पर हाकिम के नाम पर सुविधा शुल्क बढ़ा दी है। इसके लिए प्राइवेट आदमी भेज कर वसूली की जा रही है।
कस्बे में इन दिनों परचून की दुकानों एवं मिठाई की दुकानों मैं एक प्राइवेट आदमी आकर फोन से दुकानदार की बात कराता है और यह बताता है कि हाकिम बदल चुके हैं इसलिए यह सुविधा शुल्क अब ₹6000 ली जा रही है। दुकानदार तमाम तरह की दिक्कतों से बचने के लिए सुविधा शुल्क देकर अपनी बचत करता है। इसके साथ साथ परचून की दुकानों व अन्य व्यवसाय जिन पर खाद्य सामग्री बिक्री की जाती है उन पर लाइसेंस के नाम पर भी जमकर वसूली की जाती है इसका जीता जागता उदाहरण कस्बे में अभी तक किसी दुकानदार के यहां से ना तो सैंपल भरा जाता है और ना ही कोई कार्रवाई की जाती है। यह सब दुकानदारों के बीच मध्यस्था वसूली का काम प्राइवेट आदमी करता है। दुकानदार भी तमाम तरह की झंझट से बचने के लिए सुविधा शुल्क देना ही सरल तरीका समझते हैं। इस त्योहारी मौसम पर कस्बे के साथ-साथ मुरादीपुर औंग शिवराजपुर छिवली मैं भी विभाग द्वारा दुकानदारों से जमकर वसूली की जा रही है। चर्चा मैं आए शख्स के बारे में जानकारी मांगी गई थी पता चला कि उक्त व्यक्ति फूड इंस्पेक्टर का करीबी बताया गया है।
Comments
Post a Comment