*अंजू फाउंडेशन के तत्वाधान में अनौपचारिक निशुल्क शिक्षा का उद्घाटन*
*ब्यूरो-बीपीमिश्र*
गोरखपुर।मिलेनियम सिटी ,विष्णुपुरम ,गोरखपुर में अंजू फाउंडेशन के द्वारा संचालित अनौपचारिक निशुल्क शिक्षा की चौथी पाठशाला का विधिवत उद्घाटन भूतपूर्व मेयर डॉक्टर सत्या पांडे जी द्वारा किया गया। समाज में निर्धन ,असहाय बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए अंजू फाउंडेशन विगत कई वर्षों से इस तरह के सामाजिक कार्यों को संचालित कर रही हैं। इस अवसर पर सत्या पांडे ने बताया कि समाज में महिलाओं को विशेष कर शिक्षित होना जरूरी है ,क्योंकि यह महिलाएं दो घरों को संभालती हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षा के द्वारा हम एक स्वस्थ समाज का निर्माण भी कर सकते हैं। शिक्षा हमेंआर्थिक उद्देश्यों को प्रदान करती है ,तथा साथ ही साथ समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का भी काम करती है। अनौपचारिक शिक्षा समाज में पिछड़े और कमजोर वर्गों के लिए अवसर प्रदान करती है ।इस शिक्षा में खुलापन होता है ।दाखिले ,पाठ्यक्रम ,समय सारणी ,प्रशिक्षण का समय और अवधि का कोई स्थान नहीं होता ।इन्हें परिस्थितियों के अनुसार बदला जा सकता है ।इसमें बालक खुले स्थान में खेलते कूदते, बातचीत करके शिक्षा हासिल कर सकता है ।वर्तमान परिवेश में यह बहुत ही आवश्यक है ।इसके लिए मैं अंजू फाउंडेशन की संचालिका सोनिका खरवार को धन्यवाद देती हूं। जिन्होंने इसकी आधारशिला रखी । उक्त अवसर पर अंजू फाउंडेशन की सह डायरेक्टर विजय प्रभा ने बताया कि हम लोग इस तरह के प्रयास समय-समय पर करते रहते हैं। यह हमारी चौथी पाठशाला है ।तमाम ऐसे निर्धन परिवार हैं जिनके पास आजीविका का कोई साधन नहीं है ।उनके बच्चों को शिक्षित करने के लिए हम और हमारे सभी सदस्य मिलकर के कार्य करते हैं । अंत में अंजू फाउंडेशन की डायरेक्टर सोनिका खरवार ने बताया कि छात्र जीवन से ही हमें सामाजिक कार्यों को करने की रुचि थी ।हम अपने आसपास जब ऐसे बच्चों को देखते थे जिनमें शिक्षा की कमी थी या उनके अभिभावक निर्धन होते थे ।जो अपने बच्चों का स्कूल में दाखिला नहीं करा पाते थे ,तो हमारी अंतरात्मा को चोट पहुंचती थी ।और मैं यह सोचती थी कि जब हम बड़े होंगे तो कुछ ऐसा करेंगे जिससे हमारे देश का और समाज का भला हो इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर हमने इस फाउंडेशन की स्थापना की।
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