*संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा राष्ट्रहित में 142 करोड़ लोगों के लिए दिए बयान का सम्मान करते हुए, मुसलमानों को बड़ा दिल दिखाते हुए भारत को विकास के रास्ते पर ले जाने का संकल्प लेना चाहिए : इंद्रेश कुमार केंद्रीय अधिकारी (आरएसएस)*
आगरा;25 जनवरी-मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक डॉ. इंद्रेश कुमार ने आगरा में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच कार्यकर्ता बैठक मे कहा कि वक्फ बोर्ड में व्यापक भ्रष्टाचार है, जिसके कारण कई वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जे हो रहे हैं। मुस्लिम समुदाय में इस तरह की धारणा बन गई है कि वक्फ बोर्ड माफिया की तरह काम कर रहा है और भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। वक्फ बोर्ड को लेकर निर्णय करने का समय आ गया है। मुस्लिम समाज के लोग भी इसमें बदलाव चाहते हैं। बैठक मे उपस्थित लगभग 500 की संख्या में मुसलमानों ने मंदिर मस्जिद विवादों को लेकर स्पष्ट नारा लगाया कि
जहां मूर्ति, वहां नमाज़ नहीं, संवाद से निकले विवादित इबादतगाहों का हल, देश में ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है जहां इतनी बड़ी संख्या में हिन्दुस्तानी मुसलामानों ने यह भी कहा कि किसी मस्जिद में बुत हैं तो वहां नमाज़ नही होगी. मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक डॉ इंद्रेश कुमार जी ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत वासुदेव कुटुम्बकुम वाला देश है हम पूरी दुनिया को अपना परिवार मानते हैं, हम उस देश से आते हैं जिस देश से मोहम्मद साहब को सकून की ठंडी हवा आती है।
आगे बोलते हुए कहा कि
भारतीय समाज में सांप्रदायिक सौहार्द्र और धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ऐतिहासिक पहल की है। हम मुसलमानों से अपील करते हैं कि संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा राष्ट्रहित में 142 करोड़ लोगों के लिए दिए बयान का सम्मान करते हुए, मुसलमानों को भी बड़ा दिल दिखाते हुए भारत को विकास के रास्ते पर ले जाने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अदालतें सर्वोपरि हैं लेकिन विवादित धर्मस्थलों पर संवाद के माध्यम से हल निकाला जाना चाहिए। इससे देश की एकता, अखंडता, सौहार्द, भाईचारा और मेलमिलाप बना रहता है, आपसी रंजिशें नहीं रहती हैं। इसलिए हमारा आह्वान है कि जहां कहीं भी दो पक्षों के बीच अदालत में झगड़ा चल रहा है, वहां दोनों पक्ष आपसी संवाद कर आउट ऑफ कोर्ट सेटलमेंट करें तो यह किसी भी सभ्य समाज के लिए बेहतर होगा। संवाद के जरिये हिंदुओं की ऐतिहासिक इबादतगाहों को पुनर्स्थापित करते हुए काशी, मथुरा और सम्भल जैसी जगहों पर बने विवादित ढांचों को हिंदू समुदाय को संवाद के माध्यम से सौंपने का समर्थन किया जाना चाहिए।
इस बैठक में मंच के प्रमुख पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजाल, राष्ट्रीय संयोजक इस्लाम अब्बास, सैयद रजा हुसैन रिज़वी एवं मुस्लिम राष्ट्रीय मंच सूफी शाह मलंग प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सह-संयोजक सूफी जियारत अली शाह मलंग व सूफी शोहरत शाह बाबा मलंग, बटन शाह बाबा मलंग, डाक्टर शाह बाबा मलंग
दानिश शाह, कयूंम शाह,आमिर शाह, चमन शाह, फूलन शाह, कुशाल शाह, राजू, सुहेल शाह साबिर शाह नदीम शाह शाहील शाह सहित सैकड़ों शाह समाज के कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया.
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