प्रकाशनार्थ
दिनांक_26/04/2020
लॉक डाउन के दौरान मध्य प्रदेश में बलात्कार की घटना निंदनीय_शमशाद आलम एडवोकेट
मध्य प्रदेश के दमोह जिले के जबेरा थाना क्षेत्र में बंतीपुर गांव में लाक डाउन के दौरान 6 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दरिंदों द्वारा दुष्कर्म करने के बाद उस पर जानलेवा हमला किया गया, जिससे बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गयी। जिसे जिला चिकित्सालय ले जाया गया, हालात नाजुक होने पर उसे जबलपुर रेफर कर दिया गया।
जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ भारत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ) शमशाद आलम एडवोकेट ने ऐसी घटना करने वाले दरिंदों के के लिए सरकार से फांसी की मांग की उन्होंने कहा कि ऐसे दरिंदगी को अंजाम देने वाले सिर्फ और सिर्फ मौत के हकदार हैं।
शमशाद आलम एडवोकेट ने कहा कि लाक डाउन के दौरान ऐसी घटनाएं कानून व्यवस्था व राज्य सरकार पर सवालिया निशान है।
उन्होंने कहा कि जहां आमजन आवश्यक वस्तुओं के लिए घर से बाहर नहीं निकल पा रहा है ऐसे मे लाक डाउन के दौरान इतनी नृशंस दरिंदगी और कुर घटना आंखें प्रदेश में क्या हो रहा है?
कुछ दिनों पूर्व भोपाल में थाने के सामने एक नाबालिक ज्यादती का शिकार हो जाती है।
हमारे भारत देश में जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का नारा दिया जाता है।
धरातल पर उनकी सुरक्षा के लिए सरकार कितनी जिम्मेदार है, वह इस तरह की निंदनीय घटनाओं से समझ जा सकता है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से शमशाद आलम एडवोकेट ने अपील करते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी सिर्फ ट्वीट करने पर संवेदनाएं व्यक्त करने से काम नहीं चलेगाऐसे लोगों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करके उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए जिससे ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों की रूह तक कांप उठे।
भावदीय
शमशाद आलम एडवोकेट
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ)
राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ_ भारत
दिनांक_26/04/2020
लॉक डाउन के दौरान मध्य प्रदेश में बलात्कार की घटना निंदनीय_शमशाद आलम एडवोकेट
मध्य प्रदेश के दमोह जिले के जबेरा थाना क्षेत्र में बंतीपुर गांव में लाक डाउन के दौरान 6 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दरिंदों द्वारा दुष्कर्म करने के बाद उस पर जानलेवा हमला किया गया, जिससे बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गयी। जिसे जिला चिकित्सालय ले जाया गया, हालात नाजुक होने पर उसे जबलपुर रेफर कर दिया गया।
जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ भारत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ) शमशाद आलम एडवोकेट ने ऐसी घटना करने वाले दरिंदों के के लिए सरकार से फांसी की मांग की उन्होंने कहा कि ऐसे दरिंदगी को अंजाम देने वाले सिर्फ और सिर्फ मौत के हकदार हैं।
शमशाद आलम एडवोकेट ने कहा कि लाक डाउन के दौरान ऐसी घटनाएं कानून व्यवस्था व राज्य सरकार पर सवालिया निशान है।
उन्होंने कहा कि जहां आमजन आवश्यक वस्तुओं के लिए घर से बाहर नहीं निकल पा रहा है ऐसे मे लाक डाउन के दौरान इतनी नृशंस दरिंदगी और कुर घटना आंखें प्रदेश में क्या हो रहा है?
कुछ दिनों पूर्व भोपाल में थाने के सामने एक नाबालिक ज्यादती का शिकार हो जाती है।
हमारे भारत देश में जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का नारा दिया जाता है।
धरातल पर उनकी सुरक्षा के लिए सरकार कितनी जिम्मेदार है, वह इस तरह की निंदनीय घटनाओं से समझ जा सकता है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से शमशाद आलम एडवोकेट ने अपील करते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी सिर्फ ट्वीट करने पर संवेदनाएं व्यक्त करने से काम नहीं चलेगाऐसे लोगों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करके उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए जिससे ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों की रूह तक कांप उठे।
भावदीय
शमशाद आलम एडवोकेट
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ)
राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ_ भारत

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