प्रेस विज्ञप्ति
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गोरखपुर शहर के स्वच्छता अभियान में "तक्षशिला" का प्रयास है "पशु कल्याण" को जोड़ा जाए
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21 सितंबर 2020 ;गोरखपुर (उत्तर प्रदेश)
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शहर की लोकप्रिय संस्था "तक्षशिला" के तत्वावधान में आज वेबीनार सेमिनार के चौथी श्रृंखला "बात शहर की" का आयोजन किया गया फोकस रहा है शहर की "साफ सफाई और पशु अधिकार "।सामाजिक , आर्थिक, सांस्कृतिक जन स्वास्थ्य से लेकर स्वच्छता अभियान जैसे ज्वलंत मुद्दों को उजागर करने और उसके निदान की कोशिश करने के दिशा में समर्पित "तक्षशिला" संस्था ने आज मानवीय मुद्दों से हटकर पशु अधिकार और पशु कल्याण के मुद्दों को चर्चा का विषय बनाया जिसमें गोरखपुर शहर साफ सफाई और पशु कल्याण के मौजूदा चुनौतियों पर चर्चा की गई। साथ ही उसके निराकरण के लिए विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न उपाय बताए गए। भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के पूर्व प्रधान संपादक एवं सहायक सचिव डॉक्टर आर बी चौधरी ने कहां कि गोरखपुर शहर में सर- सफाई से लेकर छुट्टा पशुओं की बेहतरीन व्यवस्था के लिए बिना किसी सरकारी सहयोग के प्रतीक्षारत युवाओं को सामने आना चाहिए और सबसे पहले इमरजेंसी सेवा से शुरुआत कर छुट्टा पशुओं के प्रबंधन का कार्य शहर के सफाई अभियान से जोड़ देना चाहिए। आज के सेमिनार में राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान की ब्रांड एंबेसडर श्रीमती प्रियंका भारती भी शरीक हुई और अपने अनुभव बताए।
वेबीनार सेमिनार के प्रथम सत्र में राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन की ब्रांड एंबेसडर श्रीमती प्रियंका भारती ने स्वच्छता अभियान की अपनी आपबीती सुनाई और यह बताया कि उनका एक छोटा सा प्रयास भारत ही नहीं समूचे विश्व के लिए एक उदाहरण बन गया। उनके विचारों से प्रभावित होकर कई प्रतिभागियों ने प्रश्न पूछे जिसका उन्होंने अत्यंत सरल ढंग से जवाब दिया। तक्षशिला की ओर से सुश्री अमृता राव ने स्वच्छता के कई व्यावहारिक समस्याओं एवं उनके समाधान बताया। मित्रम परिवार के सचिव श्री दीप राज ने पर्यावरण संरक्षण तथा जलवायु परिवर्तन के महत्त्व की बात कही। एनवायरमेंटल एक्टिविस्ट नीतू गिरि ने कहा कि अक्सर हम दूसरे के आगे आने की प्रतीक्षा करते हैं जिससे कई काम बिगड़ जाते हैं। इसलिए बेझिझक किसी भी कार्य की शुरूआत के लिए स्वयं आगे आना चाहिए। हिंदी दैनिक तरुण मित्र के वरिष्ठ पत्रकार एवं भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के प्रांतीय प्रतिनिधि अमरनाथ जयसवाल ने भारत सरकार के योजनाओं का कार्यक्रमों का परिचय दिया है और पशु कल्याण के विषय को स्वच्छता अभियान का एक अंग बताया।
सेमिनार के दूसरे सत्र में चेन्नई तमिलनाडु से डॉक्टर आर.बी. चौधरी ने पशु कल्याण एवं पशु अधिकार पर अपने विचार रखें। उन्होंने भारत में पशु कल्याण की स्थिति सरकारी कार्यक्रमों तथा उत्तर प्रदेश सरकार की भूमिका की चर्चा की और कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के गृह- कर्म क्षेत्र शहर गोरखपुर को आज समुचित दुनिया में जाना जाता है। इसलिए गोरखपुर शहर के स्वच्छता अभियान के साथ में पशु कल्याण कार्यक्रमों को जोड़ा जाना चाहिए। इस कार्य के लिए शहर के युवा पशु प्रेमियों को सरकार के बिना किसी सहयोग की प्रतीक्षा किए बगैर आगे आने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वह अपने जीवन संघर्ष की यात्रा गोरखपुर शहर से किए थे और पिछले तकरीबन तीन दशक तक केंद्र सरकार के भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के विभिन्न पदों पर कार्य किया। उनकी हार्दिक इच्छा है कि गोरखपुर शहर में पशु कल्याण का बेहतरीन कार्य किया जाए। वह इस दिशा में हर प्रकार के सहयोग के लिए तैयार है। गोरखपुर के पशु प्रेमियों को सबसे पहले अपनी एक छोटी सी क्लीनिकल व्यवस्था करके पशुओं के एक्सीडेंटल केस लेकर सेवा करने की शुरुआत कर देना चाहिए। भविष्य में पशु प्रेमी और लोग जुड़ते चले जाएंगे।
डॉक्टर आर बी चौधरी ने अपने प्रस्तुति के अंत में बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार को उत्तर प्रदेश जीव जंतु कल्याण बोर्ड को क्रियाशील बनाने का कार्य आरंभ कर देना चाहिए ताकि जीव जंतु क्रूरता निवारण ( स्थापना) अधिनियम,2001 के नियमानुसार जिला स्तरीय जीव जंतु का निवारण समितियां फील्ड में काम कर सके और पशुओं पर होने वाले अपराध को रोका जा सके। उन्होंने बताया कि देश में उत्तराखंड एवं झारखंड के राज्यस्तरीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। आगे अभी बताया कि तेलंगाना तथा आंध्र प्रदेश में राज्य सरकार ने जिला जीव जंतु कल्याण समितियों को 5 एकड़ जमीन आवंटित कर चुकी है। इसलिए उत्तर प्रदेश सरकार को इस विषय पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। डॉ चौधरी आश्वासन दिया कि कोविड-19 के दौरान "तक्षशिला" से जुड़े सभी पशु प्रेमी एवं कार्यकर्ता अगर चाहे तो वेबीनार के माध्यम से एक साप्ताहिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा सकता है जिसके लिए वह तैयार है क्योंकि प्रशिक्षण के बाद सभी पशु प्रेमियों को पशु कल्याण के दिशा में काम करने के लिए काफी सहूलियत मिलेगी।
द्वितीय सत्र में पशुपालन विभाग उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी , डॉक्टर बी के सिंह ने बताया कि सभी पशु प्रेमी-सदस्यों को अपनी एकजुटता के साथ काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने पशु कल्याण के विषय में सरकार द्वारा किए जा रहे कई उल्लेखनीय कार्यों की चर्चा की और गोरखपुर के पशु प्रेमियों को हर पल सहयोग करने का आश्वासन दिया। आज के सेमिनार में जो विचार बिंदु मुखरित हुए उसके आधार पर एक आम सहमति बनी कि "तक्षशिला" के बैनर तले एक टीम का गठन किया जाएगा जिसके माध्यम से पशु कल्याण के महत्वपूर्ण कार्यक्रम जैसे एनिमल बर्थ कंट्रोल प्रोग्राम, शरण स्थल निर्माण, एक मिनी हॉस्पिटल और मानव संसाधन विकास के लिए प्रशिक्षण केंद्र स्थापित कर शहर को साफ सुथरा रखने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा ताकि समय-समय पर सरकार द्वारा चलाई जा रही पशु कल्याण योजनाओं का लाभ शहरवासियों को सीधे पहुंचाया जा सके।
कार्यक्रम में अंत में तक्षशिला के फाउंडर श्री दीप राज जी ने आयोजन समिति की ओर से मुख्य वक्ताओ एवं आयोजन समिति के प्रतिभागियों एवं अन्य सहयोगी संस्थानों जैसे- मित्रम परिवार, एल्पाइन फाउंडेशन ,सी.आर.सी.-गोरखपुर, सेवा फाउंडेशन , रेकस फाउंडेशन, सुयश वैलफेयर फाउंडेशन, समाधान वैलफेयर फाउंडेशन, क्राइम इनफार्मेशन ब्यूरो, इनलाइटमेंट फाउंडेशन एवं कलाम फाउंडेशन के प्रतिनिधियों का आभार प्रकट किया और कहा कि इन लोगों के सहयोग के बिना यह सेवा अभियान नहीं चलाया जा सकता है। कार्यक्रम की शुरुआत गायत्री मंत्र के साथ और अंत राष्ट्रगान से हुआ। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सर्वश्री रश्मी मिश्रा, रमेश मिश्रा, अमरजीत कुमार, सतेन्द्र चौधरी, आरव राजपूत, कविता रावत, अनंत राजपूत, रामकृष्ण शरण मणि त्रिपाठी, मिनाक्षी, राजेश कुमार यादव, मनोज त्रिपाठी, प्रामोद उपाध्याय, अवनीश चौधरी, समीर, सुनीता बर्नवाल, शिफाली घोष, मिनाक्षी भौसार आदि लोगों ने कार्यक्रम से जुड़ कर लाभ प्राप्त किया एवं सपथ लिया कि अगर कहीं भी किसी जानवर को मदद की जरूरत होती है तो उसकी सूचना 9415358284, इसके अलावा 9696305054 पर तत्काल देकर समाधान का प्रयास करेंगें।
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