*प्रकाशनार्थ*
*गोरखपुर*
25/09/2020
जिला कांग्रेस कमेटी एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वाधान में आज रानी लक्ष्मी बाई पार्क में भाजपा द्वारा लाई गई किसान अध्यादेश बिल पर जबरदस्त विरोध किया गया विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस से झड़प भी हुई इस प्रदर्शन का नेतृत्व जिला अध्यक्ष निर्मला पासवान द्वारा किया गया उन्होंने कहा भाजपा सरकार द्वारा नया किसान बिल कुछ इस प्रकार है
पहला बिल है : कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) बिल
दूसरा बिल है : मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर किसान (संरक्षण एवं सशक्तिकरण बिल)
तीसरा बिल है : आवश्यक वस्तु संशोधन बिल,
यह अध्यादेश कहता है कि बड़े कारोबारी सीधे किसानों से उपज खरीद कर सकेंगे, लेकिन ये यह नहीं बताता कि जिन किसानों के पास मोल-भाव करने की क्षमता नहीं है, वे इसका लाभ कैसे उठाऐंगे?" इससे मंडी की व्यवस्था ही खत्म हो जायेगी। "सरकार के इस फैसले से मंडी व्यवस्था ही खत्म हो जायेगी। इससे किसानों को नुकसान होगा और कॉरपोरेट और बिचौलियों को फायदा होगा।सरकार यह बात भूल जाती है कि हमारे किसानों की तुलना विदेशी किसानों से नहीं हो सकती क्योंकि हमारे यहां भूमि-जनसंख्या अनुपात पश्चिमी देशों से अलग है और हमारे यहां खेती-किसानी जीवनयापन करने का साधन है वहीं पश्चिमी देशों में यह व्यवसाय है।किसान ही हैं जो खरीद खुदरा में और अपने उत्पाद की बिक्री थोक के भाव करते हैं. मोदी सरकार के तीन 'काले' अध्यादेश किसान-खेतिहर मज़दूर पर घातक प्रहार हैं ताकि न तो उन्हें MSP व हक़ मिलें और मजबूरी में किसान अपनी जमीन पूंजीपतियों को बेच दें. मोदी जी का एक और किसान-विरोधी षड्यंत्र.' महानगर अध्यक्ष आशुतोष तिवारी ने कहाकिसान वैसे तो तीनों अध्यादेशों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं उनकी समस्या मुख्य रूप से व्यापार क्षेत्र, व्यापारी, विवादों का हल और बाजार शुल्क को लेकर हैं. किसानों ने आशंका जताई है कि जैसे ही ये विधेयक पारित होंगे, इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली को खत्म करने का रास्ता साफ हो जाएगा और किसानों को बड़े पूंजीपतियों की दया पर छोड़ दिया जाएगा. इस तरह का बिल सरकार लाकर किसानों को पूंजीपतियों के हाथों बेच दिया किसानों की जमीन किसानों का अधिकार सरकार सब कुछ छीन ले रही है भाजपा सरकार सिर्फ पूंजीपतियों की सरकार है। प्रदर्शन के दौरान उपस्थित लोगों में सोनिया शुक्ला,डॉ पी.एन. भट्ट,तौकीर आलम,संजय चौबे,अनिल सोनकर,महेंद्र नाथ मिश्रा,प्रवीण पासवान,घटोत्कच शुक्ला,निर्मला गुप्ता,मेनिका पांडेय,कुसुम पांडेय,उषा श्रीवास्तव, स्नेहलता,अमरजीत यादव,प्रभात पांडेय,सचिदानंद तिवारी,शादाब अहमद,विनोद जोजफ़, रोहन पांडे, प्रणव उपाध्याय, दिलीप निषाद, अनुराग पांडे, प्रभात चतुर्वेदी,परवेज़ अख्तर,बृजनारायण,सुहेल अंसारी,राम प्रसाद गुप्ता, गोपाल गांधी, शैलेंद्र वल्लभ पांडेय, अशोक धर दुबे, आशीष सिंह, देवेंद्र निषाद,संजय शुक्ला, गणेश मिश्रा,राहुल त्रिपाठी,विवेक सिंह, संदेश कुमार सिंह,राजू राय आदि लोग उपस्थित थे
Comments
Post a Comment