दो दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी कल से, स्कूली बच्चों ने निकाली पर्यावरण जागरूकता रैली
जल जीवन का अनमोल रतन, इसे बचाने का करो जतन
डेढ़ सौ से अधिक बच्चों ने कैनवास पर उकेरे प्रकृति के विविध रंग
मो सज्जाद बिहार ब्यूरो
दरभंगा :—- नॉर्थ बिहार हॉर्टिकल्चर सोसायटी की ओर से आगामी 28 और 29 दिसंबर को आयोजित होने वाली 28 वीं वार्षिक पुष्प प्रदर्शन के लिए लक्ष्मेश्वर पब्लिक लाइब्रेरी का मैदान किसिम-किसिम के फूल- पौधों से सज चुका है। इससे पूर्व आज शुक्रवार को आयोजन स्थल पर स्कूली बच्चों के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके बाद बच्चों, सोसायटी के सदस्यों और एनसीसी कैडेटों ने शहर में पर्यावरण जागरूकता रैली निकाली।
लक्ष्मेश्वर पब्लिक लाइब्रेरी से निकलकर यह रैली हसन चौक, टावर चौक, पूनम सिनेमा रोड, और एम ए आर गर्ल्स हाई स्कूल रोड होते हुए आयोजन स्थल पर पहुंची। रैली में शामिल बच्चे पर्यावरण संरक्षण से जुड़े आकर्षक नारे लगा रहे थे। उनके हाथों में पेड़-पौधे, जंगल, हरियाली और जल को बचाने की अपील से जुड़े कई नारों वाली तख्तियां थी। कुछ छात्रों ने ऐसे ही बड़े-बड़े बैनर भी थाम रखे थे। जुलूस के साथ बैंड बाजा भी था जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता जगाने में लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा था। स्कूली बच्चों का यह जुलूस जिस रास्ते से भी गुजरा वहां के लोगों ने अपने घरों से निकलकर इसका स्वागत किया। आसपास के घरों से निकले बच्चों ने भी जुलूस में शामिल बच्चों के नारों के साथ अपनी आवाज बुलंद की। बच्चों के हाथों की तख्तियों पर जो नारे लिखे थे उनमें “पेड़ पौधे मत करो नष्ट, सांस लेने में होगा भारी कष्ट”, “जल जीवन का अनमोल रतन, इसे बचाने का करो जतन”, “पर्यावरण बचे तो प्राण बचे”, “जल है तो कल है” आदि काफी लोकप्रिय रहे। रैली में एनसीसी से जुड़े कई अधिकारियों के अलावा सोसाइटी की अध्यक्षा डॉ. श्रीमती लता खेतान, महासचिव विनोद कुमार सरावगी के अलावा डॉ. रामबाबू खेतान, राघवेंद्र कुमार, सुनील गामी, मनोज डोकानिया, तरुण मिश्रा, आत्म सराफ, मधु सरावगी, सोनू जैन, कुमुद कुमारी, राधा पोद्दार आदि प्रमुख थे। जुलूस में करीब एक दर्जन स्कूलों के ढाई सौ से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। रैली की समाप्ति के बाद प्रतिभागी बच्चों के बीच पर्यावरण संरक्षण से संबंधित वेदरप्रूफ स्टीकर भी दिया गया ताकि वे इसे अपने एवं पड़ोस के घरों के आगे लगाकर आमजन को जागरूक बना सकें।
रैली से पूर्व लक्ष्मेश्वर पब्लिक लाइब्रेरी में स्कूली बच्चों के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें एक दर्जन से अधिक स्कूलों के करीब डेढ़ सौ छात्र छात्राओं ने भाग लिया। प्रतिभागियों को दो ग्रुपों में बांटा गया था। पहले ग्रुप में कक्षा 1 से 5 तक के छात्र-छात्राओं को अपने स्कूल गार्डन की परिकल्पना को कैनवास पर उतारने की चुनौती थी। दूसरे ग्रुप में कक्षा 6 से 10 के बच्चों को वन्य जीवन अथवा जंगल की तस्वीर बनाने के लिए दिया गया था। प्रतिभागी बच्चों ने कैनवास पर जो चित्र उकेरे उससे उनके अंदर छिपे प्राकृतिक सौन्दर्य का भाव छलक कर बखूबी सामने आया। बच्चों ने अपनी प्रतिभा का बखूबी एहसास कराया। इन दोनों ग्रुप के प्रतिभागियों में से पांच-पांच को कल उद्घाटन समारोह में सम्मानित किया जाएगा। राघवेंद्र कुमार के संयोजकत्व में आयोजित इस प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका जाने-माने आर्टिस्ट प्रो. वीरेंद्र नारायण सिंह ने निभायी।
जल जीवन का अनमोल रतन, इसे बचाने का करो जतन
डेढ़ सौ से अधिक बच्चों ने कैनवास पर उकेरे प्रकृति के विविध रंग
मो सज्जाद बिहार ब्यूरो
दरभंगा :—- नॉर्थ बिहार हॉर्टिकल्चर सोसायटी की ओर से आगामी 28 और 29 दिसंबर को आयोजित होने वाली 28 वीं वार्षिक पुष्प प्रदर्शन के लिए लक्ष्मेश्वर पब्लिक लाइब्रेरी का मैदान किसिम-किसिम के फूल- पौधों से सज चुका है। इससे पूर्व आज शुक्रवार को आयोजन स्थल पर स्कूली बच्चों के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके बाद बच्चों, सोसायटी के सदस्यों और एनसीसी कैडेटों ने शहर में पर्यावरण जागरूकता रैली निकाली।
लक्ष्मेश्वर पब्लिक लाइब्रेरी से निकलकर यह रैली हसन चौक, टावर चौक, पूनम सिनेमा रोड, और एम ए आर गर्ल्स हाई स्कूल रोड होते हुए आयोजन स्थल पर पहुंची। रैली में शामिल बच्चे पर्यावरण संरक्षण से जुड़े आकर्षक नारे लगा रहे थे। उनके हाथों में पेड़-पौधे, जंगल, हरियाली और जल को बचाने की अपील से जुड़े कई नारों वाली तख्तियां थी। कुछ छात्रों ने ऐसे ही बड़े-बड़े बैनर भी थाम रखे थे। जुलूस के साथ बैंड बाजा भी था जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता जगाने में लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा था। स्कूली बच्चों का यह जुलूस जिस रास्ते से भी गुजरा वहां के लोगों ने अपने घरों से निकलकर इसका स्वागत किया। आसपास के घरों से निकले बच्चों ने भी जुलूस में शामिल बच्चों के नारों के साथ अपनी आवाज बुलंद की। बच्चों के हाथों की तख्तियों पर जो नारे लिखे थे उनमें “पेड़ पौधे मत करो नष्ट, सांस लेने में होगा भारी कष्ट”, “जल जीवन का अनमोल रतन, इसे बचाने का करो जतन”, “पर्यावरण बचे तो प्राण बचे”, “जल है तो कल है” आदि काफी लोकप्रिय रहे। रैली में एनसीसी से जुड़े कई अधिकारियों के अलावा सोसाइटी की अध्यक्षा डॉ. श्रीमती लता खेतान, महासचिव विनोद कुमार सरावगी के अलावा डॉ. रामबाबू खेतान, राघवेंद्र कुमार, सुनील गामी, मनोज डोकानिया, तरुण मिश्रा, आत्म सराफ, मधु सरावगी, सोनू जैन, कुमुद कुमारी, राधा पोद्दार आदि प्रमुख थे। जुलूस में करीब एक दर्जन स्कूलों के ढाई सौ से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। रैली की समाप्ति के बाद प्रतिभागी बच्चों के बीच पर्यावरण संरक्षण से संबंधित वेदरप्रूफ स्टीकर भी दिया गया ताकि वे इसे अपने एवं पड़ोस के घरों के आगे लगाकर आमजन को जागरूक बना सकें।
रैली से पूर्व लक्ष्मेश्वर पब्लिक लाइब्रेरी में स्कूली बच्चों के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें एक दर्जन से अधिक स्कूलों के करीब डेढ़ सौ छात्र छात्राओं ने भाग लिया। प्रतिभागियों को दो ग्रुपों में बांटा गया था। पहले ग्रुप में कक्षा 1 से 5 तक के छात्र-छात्राओं को अपने स्कूल गार्डन की परिकल्पना को कैनवास पर उतारने की चुनौती थी। दूसरे ग्रुप में कक्षा 6 से 10 के बच्चों को वन्य जीवन अथवा जंगल की तस्वीर बनाने के लिए दिया गया था। प्रतिभागी बच्चों ने कैनवास पर जो चित्र उकेरे उससे उनके अंदर छिपे प्राकृतिक सौन्दर्य का भाव छलक कर बखूबी सामने आया। बच्चों ने अपनी प्रतिभा का बखूबी एहसास कराया। इन दोनों ग्रुप के प्रतिभागियों में से पांच-पांच को कल उद्घाटन समारोह में सम्मानित किया जाएगा। राघवेंद्र कुमार के संयोजकत्व में आयोजित इस प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका जाने-माने आर्टिस्ट प्रो. वीरेंद्र नारायण सिंह ने निभायी।

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