*प्रेस विज्ञप्ति
08 अप्रैल 2022
*महान स्वतंत्रता सेनानी मंगल पाण्डेय के बलिदान दिवस एवं बंग साहित्य के भगीरथ, राष्ट्रीय गीत 'वन्दे मातरम्' के रचयिता बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय जी की पुण्यतिथि' पर गुरु श्री गोरक्षनाथ रक्त कोष में रक्तदान शिविर का आयोजन*
*रिपोर्टर-बीपीमिश्र*
गोरखपुर 08 अप्रैल 2022गुरु श्री गोरक्षनाथ रक्त कोष के तत्वावधान में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के महानायक मंगल पाण्डेय के बलिदान दिवस एवं महान रचयिता बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय जी की पुण्यतिथि पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसके पूर्व द्वय महापुरुषों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके कृतित्व पर वक्ताओं ने प्रकाश डाला।इस अवसर पर ब्लड बैंक प्रभारी डॉ.अवधेश अग्रवाल जी ने कहा कि मंगल पाण्डेय और बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय जी ने स्वतंत्र भारत के निर्माण हेतु देश के युवाओं में नव चेतना जागृत करने का कार्य किया था। इनके योगदान को कभी विस्मृत नहीं किया जा सकता।गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय के निदेशक मेजर जनरल डॉ. अतुल बाजपेई ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्रामआंदोलन के दौरान बंकिम चन्द्र जी द्वारा रचित 'वन्दे मातरम्' गीत जहां क्रांतिकारियों की प्रेरणास्रोत बना, वहीं मंगल पाण्डेय जी द्वारा प्रज्वलित क्रांति की ज्योति ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की चूलें हिला दी।उन्होंने आगे कहा वीर मंगल पाण्डेय ने मातृभूमि की स्वाधीनता के लिए अपनी रक्तांजलि देना भी अपना पावन कर्तव्य समझा। वहीं, बंगला समाज, साहित्य और संस्कृति के उत्थान में बंकिम चन्द्रचट्टोपाध्याय ने अग्रणी भूमिका निभाई।ब्लड बैंक अधिकारी डॉ. ममता जायसवाल जी ने कहा कि बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय बंगला के शीर्षस्थ उपन्यासकार थे। उनकी लेखनी से बंगला साहित्य तो समृद्ध हुआ ही है, हिन्दी भी परिष्कृत हुई है। देश के इन गौरवों से प्रेरणा लेकर समृद्ध व सशक्त भारत के निर्माण में हमें अपना पूर्ण योगदान देना चाहिए।
रक्तदान शिविर में मुख्य रूप से नमिता पांडेय, अजित सिंह, अनिल कुमार शर्मा, विश्वजीत कुमार, प्रदीप, उमेश सहित कुल 40 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया।इस अवसर पर जन जागृति सेवा संस्थान की अध्यक्ष श्रीमती शिप्रा मैसी अपने सहयोगी श्रीमती सुपर्णा गोस्वामी के साथ उपस्थित रहीं। इस अवसर पर चिकित्सालय के चिकित्सकगण, चिकित्साकर्मी, तथा कर्मचारीगण उपस्थित रहे।अपर निदेशक डॉ. कामेश्वर सिंह ने कार्यक्रम के समापन में रक्तदाताओं व अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
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