कवि कोकिल विद्यापति के जन्मस्थली डीह को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने का काम शुरू हो गया है । मो सज्जाद बिहार ब्यूरो बिस्फी- मधुबनी:- कवि कोकिल विद्यापति के जन्मस्थली डीह को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने का काम शुरू हो गया है । बिहार सरकार के पर्यटन विभाग के निर्देश पर फिजिविलिटी का आकलन करते हुए डीपीआर तैयार करने हेतु एक प्रतिनिधि मंड़ल विद्यापति के स्मारक स्थल का निरीक्षण किया ।फिजिविलिटी टीम में विनय कुमार चौधरी ,विवेक चौधरी ,संतोष कुमार गुप्ता ,ओम प्रकाश थे ।टीम के सहयोग में बीडीओ अहमर अब्दाली ,सीओ प्रभात कुमार ,बीसीओ मुकेश कुमार के साथ स्थानीय मुखिया मनोज साह एवं समाज सेवी शिवशंकर राय ,अशोक कुमार राय के साथ कई ग्रामीण मौजूद थे ।प्रोजेक्ट मैनेजर विनय कुमार ने बताया कि विद्यापति डीह के प्रवेश द्वार पर एक गेट के भवन ,पार्क स्थल ,वाचनालय ,अतिथ गृह की व्यवस्था की जायेगी ।टीम के लोगो ने बताया कि स्मारक स्थल पर विद्यापति की मूर्ति जो खुले आसमान के नीचे है वंहा पर सबसे पहले छतरी की व्यवस्था की जायेगी ।स्मारक भवन के उपर लगे चदरा को हटा कर छतदार बनाई जाएगी ।इसके साथ ही स्मारक से सटे पश्चिम जमीन पर जो अभी खाली है स्मारक भवन के लंबाई के समानांतर एक तीन मंजिले भवन का निर्माण होगा ।इस भवन के प्रथम तल पर एक रंग मंच ,दूसरे तल पर एक पुस्तकालय एवं तीसरे तल को एक सभागार का रूप दिया जायेगा ।सबसे अहम बात यह है कि वर्तमान में विद्यापति के तालाब को जीर्णोद्धार कर चाहर दिवारी की जायेगी एवं फव्वारे भी बनाये जायेंगे ।अच्छी रौशनी ,अच्छे पेयजल ,शौचालय के साथ ही इसकेसौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दी जायेगी ।काम अगले महीने से प्रारंभ हो जायेगी ।विद्यापति के स्मारक डीह को वहुरने के दिन को देख लोगो में काफी खुशी है
कवि कोकिल विद्यापति के जन्मस्थली डीह को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने का काम शुरू हो गया है ।
मो सज्जाद बिहार ब्यूरो
बिस्फी- मधुबनी:- कवि कोकिल विद्यापति के जन्मस्थली डीह को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने का काम शुरू हो गया है । बिहार सरकार के पर्यटन विभाग के निर्देश पर फिजिविलिटी का आकलन करते हुए डीपीआर तैयार करने हेतु एक प्रतिनिधि मंड़ल विद्यापति के स्मारक स्थल का निरीक्षण किया ।फिजिविलिटी टीम में विनय कुमार चौधरी ,विवेक चौधरी ,संतोष कुमार गुप्ता ,ओम प्रकाश थे ।टीम के सहयोग में बीडीओ अहमर अब्दाली ,सीओ प्रभात कुमार ,बीसीओ मुकेश कुमार के साथ स्थानीय मुखिया मनोज साह एवं समाज सेवी शिवशंकर राय ,अशोक कुमार राय के साथ कई ग्रामीण मौजूद थे ।प्रोजेक्ट मैनेजर विनय कुमार ने बताया कि विद्यापति डीह के प्रवेश द्वार पर एक गेट के भवन ,पार्क स्थल ,वाचनालय ,अतिथ गृह की व्यवस्था की जायेगी ।टीम के लोगो ने बताया कि स्मारक स्थल पर विद्यापति की मूर्ति जो खुले आसमान के नीचे है वंहा पर सबसे पहले छतरी की व्यवस्था की जायेगी ।स्मारक भवन के उपर लगे चदरा को हटा कर छतदार बनाई जाएगी ।इसके साथ ही स्मारक से सटे पश्चिम जमीन पर जो अभी खाली है स्मारक भवन के लंबाई के समानांतर एक तीन मंजिले भवन का निर्माण होगा ।इस भवन के प्रथम तल पर एक रंग मंच ,दूसरे तल पर एक पुस्तकालय एवं तीसरे तल को एक सभागार का रूप दिया जायेगा ।सबसे अहम बात यह है कि वर्तमान में विद्यापति के तालाब को जीर्णोद्धार कर चाहर दिवारी की जायेगी एवं फव्वारे भी बनाये जायेंगे ।अच्छी रौशनी ,अच्छे पेयजल ,शौचालय के साथ ही इसकेसौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दी जायेगी ।काम अगले महीने से प्रारंभ हो जायेगी ।विद्यापति के स्मारक डीह को वहुरने के दिन को देख लोगो में काफी खुशी है
मो सज्जाद बिहार ब्यूरो
बिस्फी- मधुबनी:- कवि कोकिल विद्यापति के जन्मस्थली डीह को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने का काम शुरू हो गया है । बिहार सरकार के पर्यटन विभाग के निर्देश पर फिजिविलिटी का आकलन करते हुए डीपीआर तैयार करने हेतु एक प्रतिनिधि मंड़ल विद्यापति के स्मारक स्थल का निरीक्षण किया ।फिजिविलिटी टीम में विनय कुमार चौधरी ,विवेक चौधरी ,संतोष कुमार गुप्ता ,ओम प्रकाश थे ।टीम के सहयोग में बीडीओ अहमर अब्दाली ,सीओ प्रभात कुमार ,बीसीओ मुकेश कुमार के साथ स्थानीय मुखिया मनोज साह एवं समाज सेवी शिवशंकर राय ,अशोक कुमार राय के साथ कई ग्रामीण मौजूद थे ।प्रोजेक्ट मैनेजर विनय कुमार ने बताया कि विद्यापति डीह के प्रवेश द्वार पर एक गेट के भवन ,पार्क स्थल ,वाचनालय ,अतिथ गृह की व्यवस्था की जायेगी ।टीम के लोगो ने बताया कि स्मारक स्थल पर विद्यापति की मूर्ति जो खुले आसमान के नीचे है वंहा पर सबसे पहले छतरी की व्यवस्था की जायेगी ।स्मारक भवन के उपर लगे चदरा को हटा कर छतदार बनाई जाएगी ।इसके साथ ही स्मारक से सटे पश्चिम जमीन पर जो अभी खाली है स्मारक भवन के लंबाई के समानांतर एक तीन मंजिले भवन का निर्माण होगा ।इस भवन के प्रथम तल पर एक रंग मंच ,दूसरे तल पर एक पुस्तकालय एवं तीसरे तल को एक सभागार का रूप दिया जायेगा ।सबसे अहम बात यह है कि वर्तमान में विद्यापति के तालाब को जीर्णोद्धार कर चाहर दिवारी की जायेगी एवं फव्वारे भी बनाये जायेंगे ।अच्छी रौशनी ,अच्छे पेयजल ,शौचालय के साथ ही इसकेसौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दी जायेगी ।काम अगले महीने से प्रारंभ हो जायेगी ।विद्यापति के स्मारक डीह को वहुरने के दिन को देख लोगो में काफी खुशी है

Comments
Post a Comment