प्रतापगढ Dlight news. जनपद प्रतापगढ़ में कई नगर पंचायते चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार नगर पंचायत रानीगंज, लालगंज अझारा, कुंडा, प्रतापगढ़ सिटी, कटरा मेदनीगंज, समेत सभी नगर पंचायतों के साथ-साथ नगर पालिका प्रतापगढ में करोड़ों का घोटाला सामने आया है बताते चलें कि नगरपंचायत रानीगंज, एवं प्रतापगढ़ सिटी, कटरा मेदनीगंज, के चेयरमैन एवं ई,ओ, के द्वारा अब तक करोड़ों का घोटाला किया गया सिर्फ कागजों पर कार्य देखने को मिल रहा है प्रधानमंत्री आवास शौचालय डैशवीन स्ट्रीट लाइट पानी की सप्लाई और स्वच्छता के नाम पर अब तक सिर्फ ग्रामीणों को झांसा दिया गया क्षेत्रों में सर्वे करने के बाद पता चला कि लाभार्थियों से प्रधानमंत्री आवास के नाम पर शौचालय के नाम पर 20 से 30,000 रुपए तक ले लिए गए हैं इंटरलॉकिंग खड़ंजा के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि सिर्फ कागजों में सरकारी धन का आहरण किया गया धरातल पर कुछ भी हकीकत देखने को नहीं मिल रहा है ऐसे में योगी राज में कब होगा गरीबों के शोषण पर कार्यवाही कब मिलेगा गरीबों को न्याय। योगी सरकार गरीबों को सरकार की सारी सुविधा बाई अकाउंट में भेजने की बात करती है परंतु सारे वादे सारे तिकड़म योगीराज मे फेल होते नजर आ रहे है । एक तरफ केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार गरीबों पर मेहरबान है परंतु सोचने वाली बात यह है कि गरीबों के ऊपर जो संरक्षण करने वाले अधिकारी हैं उन पर लगाम कब कसी जाएगी। नगर पंचायत कटरा मेदनीगंज एवं रानीगंज के चेयरमैन एवं ई, ओ, महोदय को अपने वार्डो के बारे में पता ही नहीं तो नगर पंचायत के मुखिया कहे जाने वाले चेयरमैन महोदय कैसे करेंगे विकास कार्यालय में कर्मचारी की सूची मांगने पर ऑपरेटर बताते हैं लखनऊ जाना पड़ेगा अपनी हकीकत बताने में शर्मा रहे है। मीडिया संवाददाता इंटरनेट की टेक्नोलॉजी से सूची निकाल कर किया खुलासा। कार्यालय पर जितने कर्मचारी पोस्टेड हैं महीने में दस दिन ही ड्यूटी आते हैं। सभी कार्यालय पर होता है सरकारी धन का बंदरबांट। मानक से ज्यादा कर्मचारियों की नियुक्ति करके दो चार व्यक्तियों से करवाया जाता है कार्य। ऐसे में सोचने वाली बात यह है की सत्ता की हनक सिर्फ जबान पर सुनने को मिल रही है हकीकत कुछ और है जो कि उत्तर प्रदेश शासन के मंसूबों पर पानी फेरने का कार्य कर रही हैं। आखिर कब होगी भ्रष्टाचारियों पर उचित कार्रवाई।बडा सवाल पूछता है भारत।
प्रतापगढ
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जनपद प्रतापगढ़ में कई नगर पंचायते चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट।
सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार नगर पंचायत रानीगंज, लालगंज अझारा, कुंडा, प्रतापगढ़ सिटी, कटरा मेदनीगंज, समेत सभी नगर पंचायतों के साथ-साथ नगर पालिका प्रतापगढ में करोड़ों का घोटाला सामने आया है बताते चलें कि नगरपंचायत रानीगंज, एवं प्रतापगढ़ सिटी, कटरा मेदनीगंज, के चेयरमैन एवं ई,ओ, के द्वारा अब तक करोड़ों का घोटाला किया गया सिर्फ कागजों पर कार्य देखने को मिल रहा है प्रधानमंत्री आवास शौचालय डैशवीन स्ट्रीट लाइट पानी की सप्लाई और स्वच्छता के नाम पर अब तक सिर्फ ग्रामीणों को झांसा दिया गया क्षेत्रों में सर्वे करने के बाद पता चला कि लाभार्थियों से प्रधानमंत्री आवास के नाम पर शौचालय के नाम पर 20 से 30,000 रुपए तक ले लिए गए हैं इंटरलॉकिंग खड़ंजा के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि सिर्फ कागजों में सरकारी धन का आहरण किया गया धरातल पर कुछ भी हकीकत देखने को नहीं मिल रहा है ऐसे में योगी राज में कब होगा गरीबों के शोषण पर कार्यवाही कब मिलेगा गरीबों को न्याय। योगी सरकार गरीबों को सरकार की सारी सुविधा बाई अकाउंट में भेजने की बात करती है परंतु सारे वादे सारे तिकड़म योगीराज मे फेल होते नजर आ रहे है । एक तरफ केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार गरीबों पर मेहरबान है परंतु सोचने वाली बात यह है कि गरीबों के ऊपर जो संरक्षण करने वाले अधिकारी हैं उन पर लगाम कब कसी जाएगी। नगर पंचायत कटरा मेदनीगंज एवं रानीगंज के चेयरमैन एवं ई, ओ, महोदय को अपने वार्डो के बारे में पता ही नहीं तो नगर पंचायत के मुखिया कहे जाने वाले चेयरमैन महोदय कैसे करेंगे विकास कार्यालय में कर्मचारी की सूची मांगने पर ऑपरेटर बताते हैं लखनऊ जाना पड़ेगा अपनी हकीकत बताने में शर्मा रहे है। मीडिया संवाददाता इंटरनेट की टेक्नोलॉजी से सूची निकाल कर किया खुलासा। कार्यालय पर जितने कर्मचारी पोस्टेड हैं महीने में दस दिन ही ड्यूटी आते हैं। सभी कार्यालय पर होता है सरकारी धन का बंदरबांट। मानक से ज्यादा कर्मचारियों की नियुक्ति करके दो चार व्यक्तियों से करवाया जाता है कार्य। ऐसे में सोचने वाली बात यह है की सत्ता की हनक सिर्फ जबान पर सुनने को मिल रही है हकीकत कुछ और है जो कि उत्तर प्रदेश शासन के मंसूबों पर पानी फेरने का कार्य कर रही हैं। आखिर कब होगी भ्रष्टाचारियों पर उचित कार्रवाई।बडा सवाल पूछता है भारत।
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