*सी.आर.सी. गोरखपुर में तीन दिवसीय सी.आर.ई कार्यक्रम की हुई शुरुआत* *रिपोर्टर-बी.पी.मिश्र,गोरखपुर*
गोरखपुर 27 नवम्बर 2021सी.आर.सी गोरखपुर में भारत में दिव्यांगजनअधिकार की स्थिति: नीतियाँ तथा कार्यक्रम विषय पर तीन दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत की गयी । भारतीय पुनर्वास परिषद, नयी दिल्ली से मान्यता प्राप्त इस ऑनलाइन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सेवारत पुनर्वास व्यावसायिकों को नवीनतम जानकारियों से अवगत करना है ।
27 नवंबर से 29 नवंबर तक चलने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान, देहरादून के सहायक प्राध्यापक डॉ. पंकज कुमार ने नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के महत्वपूर्ण तथ्यों पर चर्चा के साथ हुई । दूसरे सत्र में सी.आर.सी. गोरखपुर के सहायक प्राध्यापक श्री राजेश कुमार ने मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम, 2017 पर विस्तृत चर्चा की । उन्होंने मानसिक रुग्ण व्यक्तियों के लिए सरकारी सुविधाओं तथा प्रावधानों के बारे में पुनर्वास व्यावसायिकों को अवगत कराया ।
दोपहर बाद के तकनिकी सत्र में उत्तर प्रदेश के पूर्व दिव्यांगजन आयुक्त डॉ. अखिलेन्द्र कुमार ने दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के विभिन्न प्रावधानों के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला । साथ ही उन्होंने दिव्यांगजनों को बेहतर शिक्षा प्रदान करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित स्पर्श विद्यालय, ममता विद्यालय एवं बचपन डे केयर सेन्टर जैसे संस्थानों की भी चर्चा की । उन्होंने बताया की उत्तर प्रदेश में लगभग 41 लाख दिव्यांग आबादी है जिसमे एक बड़ी संख्या में लोग दिव्यांग पेंशन, विवाह योजना, स्किल मिशन के अन्तर्गत प्रशिक्षण योजना इत्यादि के बारे में विस्तार से बताया । राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान के राष्ट्रीय निदेशक डॉ हिमांग्शु दास ने कार्यक्रम के प्रति अपनी शुभकामनायें व्यक्त की । सीआरसी गोरखपुर के लिए रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर श्री रवि कुमार ने सभी प्रतिभागियों एवं गणमान्य वक्ताओं का स्वागत किया । कार्यक्रम का संचालन श्री नीरज मधुकर द्वारा किया गया । भारत के लगभग 20 राज्यों के 100 पुनर्वास व्यवसायिक इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे हैं । कार्यक्रम के सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद इनको प्रशिक्षण प्रमाण - पत्र दिया जाएगा ।
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