*अपनी पहली पुण्यतिथि पर याद किए गए वरिष्ठ उर्दू शायर राहत इंदौरी* *रिपोर्टर-बी.पी. मिश्र,गोरखपुर*
उर्दू साहित्य में उनकायोगदान अनुत्क्रमणीय____मिन्नत गोरखपुरी
उर्दू साहित्य के सुप्रसिद्ध शायर राहत इंदौरी की पहली पुण्यतिथि के अवसर पर गोरखपुर लिटरेरी सोसायटी के तत्वावधान में कैंप कार्यालय इलाहीबाग में वरिष्ठ समाजसेवी एवं साहित्य प्रेमी विजय श्रीवास्तव की अध्यक्षता में एक सभा का आयोजन किया गया। जिसमें शहर के लिखने वाले युवा कवियों शायरों के साथ-साथ समाजसेवी भी सम्मिलित हुए।इस अवसर पर गोरखपुर लिटरेरी सोसायटी के संस्थापक मिन्नत गोरखपुरी ने कहा कि राहत इंदौरी साहब ने जो उर्दू साहित्य में योगदान दिया है वह अनुत्क्रमणीय है। वही अध्यक्षता करते हुए विजय श्रीवास्तव ने कहा कि राहत इंदौरी हिंदी और उर्दू दोनों मंचों पर समान रूप से सुने जाते थे। इमामबाड़ा मुतवाल्लियानतवाली आन कमेटी के अध्यक्ष सैयद इरशाद अहमद ने कहा कि वह हमेशा सच को सच बात कहने में विश्वास रखते थे और लोगों में एक अलग पहचान रखते थे साहित्य के क्षेत्र में।इस अवसर पर मोहम्मद आकिब और हाजी जलालुद्दीन कादरी ने भी अपनी बात रखी और सभा को संबोधित किया।
Comments
Post a Comment