उत्तरप्रदेश
सार्वजनिक रास्ते को अवैध कब्जामुक्त कराने को लेकर वार्ड सभासद ने दिया ज्ञापन
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मुख्यमंत्री के गृह जनपद में ही अभी तक आम आदमी अबैध रूप से जमीन कब्जा करने वालो से आजाद नही हो पाए है । दबंग किस्म के लोग अभी भी अपनी दबंगई कायम किये हुए है। नगर पंचायत के द्वारा बनी हुई इंटरलॉकिंग को सड़क को भी अपने कब्जे में ले लिए है जिसकी जानकारी जिले के प्रशासन को है लेकिन फिर भी उस रास्ते हो कब्जा मुक्त नही करवा पा रही है अब इसमें किसी नाकामी मानी जाए।
गोरखपुर। मुख्यमंत्री के गृह जनपद में ही अभी तक आम आदमी अबैध रूप से जमीन कब्जा करने वालो से आजाद नही हो पाए है । दबंग किस्म के लोग अभी भी अपनी दबंगई कायम किये हुए है। नगर पंचायत के द्वारा बनी हुई इंटरलॉकिंग को सड़क को भी अपने कब्जे में ले लिए है जिसकी जानकारी जिले के प्रशासन को है लेकिन फिर भी उस रास्ते हो कब्जा मुक्त नही करवा पा रही है अब इसमें किसी नाकामी मानी जाए।
जी हां हम बात कर रहे है गोरखपुर जिले के नगर पंचायत सहजनवा की जहा पर वार्ड नं 11 के सभासद ने कई बार लिखित शिकायत जिले के अधिकारियों से कर चुके है लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्यवाही नही हो पाई है जाच टीम को गठित हो जा रही है जाच के लिए जा भी रही है लेकिन खाली हाथ वापस आ जा रही है।
आपको बता दे कि नगर पंचायत के वार्ड नं 11 में एक सार्वजनिक रास्ता को आम जनमानस के लिए इंटरलॉकिंग कराया गया था लेकिन उसी वार्ड के दुर्गावाती देवी पत्नी शैलेन्द्र और अमरेंद्र यादव पुत्र स्व0 फूलचंद को राश नही आयी और ये लोग उसी रास्ते पर अपना दीवाल चला कर पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिए है जिसकी वजह से जनता हो आने जाने में काफी दिक्कत हो रहा है और इस बरसात में जल जमाव भी हो जा रहा है । प्रधानमंत्री के सपने अब कैसे साकार हो जब इस तरह के लोग रास्ते हो ही अवरुद्ध कर दे रहे है। कुछ माह पहले इसी सड़क की जांच के लिए तहसील प्रशासन के द्वारा टीम भेजा गया था लेकिन जानकारी के अनुसार किसी राजनीतिक हस्ती की फ़ोन पर वो वापस भी चले आये और फिर दोनों तरफ से झड़प भी हो गयी थी जिसमे सभासद सहित और लोग भी घायल हो गए थे । वार्ड सभासद ने यहां तक बोल दिया है कि वार्ड के लोग अगर हमें वार्ड के सभासद चुना है तो कुछ सोच के ही चुना है और अगर मैं उनके लिए एक सार्वजनिक रास्ते को नही दे सकता है तो फिर मेरे सभासद रहने का क्या फायदा मैं अगर शासन प्रशासन के द्वारा इस रास्ते को लेकर कोई ठोस कदम नही लिया गया तो मैं अपने पद को त्याग दूंगा जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। रिपोर्टर/रबिंद्र निषाद/गोरखपुर।
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