सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करना निषेध माना जाता है, खासकर सरकारी संस्थानों व न्यायालय मे, बावजूद इसके एक हाथ मे मोबाइल दूसरे हाथ में गुटखा की डिब्बी व कमर में नंगी पिस्तौल लगाकर फिल्मी अंदाज में बैठे ये महाशय किसी फिल्म के हीरो नही हैं और न ही किसी फिल्म की चल रही है शूटिंग ।
बल्कि यह महाशय मान्धाता थानाध्यक्ष श्रवण कुमार है जो अपने कार्यशैली के चलते अक्सर चर्चाओं मे बने रहते हैं तस्वीरों में साफ तौर पर आप देख सकते हैं किस प्रकार बकायदा कुर्सी पर बैठकर नवाबी ठाट के साथ साहब कर रहे हैं मटरगश्ती व चल रहा है नशे का दौर ! अब बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या कोर्ट के संविधान के बारे मे नहीं है साहब को पता या फिर शासनादेश के आदेशों को जानबूझकर दिखा रहे हैं ठेंगा, सवाल तो यह भी उठते हैं कि इस प्रकार से कोर्ट का मखौल उड़ा रहे थानाध्यक्ष पर होगी कोई कार्यवाही या फिर साहब पर बनी रहेगी जिम्मेदारों की मेहरबानीफिलहाल यह तो आने वाला समय ही बताएगा किन्तु मामले के प्रकाश मे आने के बाद क्षेत्र में हो रही हैं तरह-तरह की चर्चाएं ...
Comments
Post a Comment