*एसपी ट्रैफिक और आरटीओ द्वारा नर्सिंग की छात्राओं को यातायात नियमों का पालन करने की दिलाई गयी शपथ*
* ब्यूरो-बीपीमिश्र*
गोरखपुर। _नर्सिंग की छात्राओं को यातायात व्यवस्था के संचालन, आईटीएमएस कन्ट्रोल रूम के संबंध में जानकारी देकर यातायात नियमो का कड़ाई से पालन करने हेतु प्रोत्साहित किया गयास्कूल ऑफ नर्सिंग गंगोत्री देवी एवं गंगोत्री देवी महिला महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को यातायात जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक यातायात डॉ महेंद्र पाल सिंह , विशिष्ट अतिथि अनिता सिंह व यातायात निरीक्षक मनोज कुमार राय थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के व्यवस्थापक आशुतोष मिश्र ने किया। आभार ज्ञापन स्कूल ऑफ नर्सिंग की प्रधानाचार्य लोरिटा याकूब ने व महाविद्यालय की उपप्राचार्य डॉ प्रियंका त्रिपाठी ने किया।कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक यातायात डॉ महेंद्र पाल सिंह ने कहा कि सड़कों को आम नागरिकों के सुगम यातायात हेतु अतिक्रमण से मुक्त रखना तथा रोड सेफ़्टी नियमो का पालन करना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है तथा यातायात से संबंधित नियम जैसे एंबुलेंस को रास्ता देना , दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करना , सिग्नल लाइट के अनुसार चलना तथा रेड लाइट होने पर स्टॉप लाइन से पीछे रुकना व जेबरा क्रॉसिंग के संबंध में नर्सिंग की छात्राओं को विस्तार से समझाया। आईटीएमएस की कार्य प्रणाली से परिचय कराते हुए बताया की किस तरह से शहर का हर नागरिक और हर वाहन कैमरे की नज़र में है और नागरिक की सड़क की प्रत्येक अवांछित गतिविधि प्रति क्षण कैमरे में क़ैद हो रही है अतः सभी को स्वयं की सुरक्षा हेतु यातायात नियमो का कड़ाई से पालन करने हेतु प्रोत्साहित किया गया । उन्होंने कहा कि आप लोगों में असीमित ऊर्जा है इसका उपयोग सही दिशा में करें और अपने और अपने माता पिता के द्वारा बनाए गए लक्ष्य को पूरा करें तथा अपने शहर गोरखपुर को नशाखोरी से मुक्त करने में भी सहयोग करें। यातायात निरीक्षक मनोज राय द्वारा बच्चों को बताया गया कि आप लोग पढ़ाई करने की नशा करिए मादक पदार्थों की नहीं। मादक पदार्थ का सेवन कर वाहन चलाने पर हम लोगों द्वारा प्रतिदिन कार्यवाही की जाती है। नशे में वाहन चलाने वाला व्यक्ति अपने साथ-साथ रोड पर चलने वाले अन्य व्यक्तियों का भी जान जोखिम में डालते हैं।
विशिष्ट अतिथि संभागीय परिवहन अधिकारी अनिता सिंह द्वारा लाइसेंस से संबंधित जैसे बिना गियर की गाड़ी चलाने के लिए 16 वर्ष पूर्ण होने पर लाइसेंस बनाया जाता है तथा वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर का प्रयोग करना जीवन सुरक्षा हेतु गाड़ी को सही से चलाना तथा यातायात से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के व्यवस्थापक आशुतोष मिश्र ने कहा कि अप्रत्याशित मौतों का एक बड़ा कारण सड़क दुर्घटनाएं हैं। सड़क दुर्घटना को रोकना तो हमारे हाथ में हैं। इसके लिए सड़क पर चलने के कुछ नियम हों गति सीमा , सीट बेल्ट बांधना , ड्राइविंग के समय मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल ना करना , हेलमेट पहनना , नशे में ड्राइविंग ना करना है । अधिकांश दुर्घटनाएं केवल यातायात नियमों का पालन न करने के कारण ही होती है।पूरी दुनिया का एक प्रतिशत वाहन भारत के लोग खरीदते हैं जबकि सड़क हादसे में मृत्यु 10 प्रतिशत से अधिक है। भारत में प्रति घंटा 15 लोग मारे जा रहे हैं। इसका अर्थ है 360 लोग 24 घंटे में मारे जा रहे हैं। सड़क हादसों में 70 प्रतिशत लोग 30 में 59 वर्ष आयु वर्ग के लोग हैं जो निश्चित है अपने परिवार के संचालन में मुखिया है।
कार्यक्रम के अंत में नर्सिंग की छात्राओं को यातायात नियमों का पालन करने व नशामुक्ति की शपथ दिलाई गई।
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