*झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में मरीजों की हुई मारपीट, डॉक्टर लोग देखते रहे तमाशा*
*दैनिक न्यूज वर्ल्ड ब्यूरो, झांसी– वीरेंद्र वर्मा/ लालता प्रसाद*
झांसी: बुंदेलखंड जनपद झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में मारपीट के आरोपी वार्डबॉय को पकड़ने पर हंगामा हो गया। पुलिस आरोपी को पकड़कर मेडिकल चौकी लाई तो पीछे से कार्य बहिष्कार करते हुए इमरजेंसी का नर्सिंग स्टाफ और वार्डबॉय भी चौकी के बाहर जमा हो गया। महिला कर्मचारी जोर-जोर से चिल्लाने लगी कि कोई काम नहीं करेगा। इस दौरान इमरजेंसी के बाहर एक मरीज इलाज के अभाव में तपड़ता रहा।
महिला कर्मचारियों के फोन करने पर 2 EMO चौकी पहुंचे। फिर CMS डॉ. सचिन माहौर भी आ गए। इसके बाद आरोपी को छोड़ दिया गया। हालांकि, CMS ने ड्यूटी के बाद शाम 4 बजे वार्डबॉय को पेश करने का भरोसा दिया है।अंसल पाम कोर्ट निवासी मयंक गुप्ता पुत्र सुशील गुप्ता ने बताया कि 21 जुलाई को मेरी 3 माह की भांजी की अचानक तबीयत खराब हो गई थी। रात करीब 10:30 बजे भांजी को लेकर मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में पहुंचा। साथ में बहन स्वाती और मां अनीता गुप्ता भी थी। इलाज न मिलने पर वार्डबॉय से कहासुनी हो गई। तब वार्डबॉय संजय कुशवाहा, रघुवीर राय व अज्ञात तीन लोगों ने मयंक के साथ मारपीट कर दी।
लात-घूसों से मयंक को बुरी तरह मारा-पीटा गया। जब बीच बचाव करने मां और बहन आई तो उनके साथ भी अभद्रता की। मयंक की तहरीर पर नवाबाद थाने में संजय कुशवाहा, रघुवीर राय और अज्ञात 3 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। पूछताछ के लिए एक आरोपी को पकड़ा, हुआ हंगामा मयंक ने बताया कि घटना के बाद से आरोपी इमरजेंसी में नहीं दिखाई दिए। आज सूचना मिली कि रघुवीर राय ड्यूटी पर आया है। तब मेडिकल चौकी में जाकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस पूछताछ के लिए रघुवीर राय को इमरजेंसी से पकड़कर चौकी पर ले गई। पूछताछ शुरू हो पाती, उससे पहले ही पीछे से इमरजेंसी का नर्सिंग स्टाफ और वार्डबॉय चौकी के बाहर जमा हो गए। कार्य बहिष्कार की धमकी देते हुए हंगामा शुरू कर दिया।उनका कहना था कि ड्यूटी के दौरान किसी कर्मचारी को पकड़ना गलत है। इससे हेल्थ सेवाओं पर असर पड़ेगा। फोन करने पर दो ईएमओ डॉक्टर भी आ गए और CMS पहुंच गए। बातचीत के बाद रघुवीर राय को छोड़ दिया गया। CMS ने शाम 4 बजे रघुवीर का चौकी में पेश होने का भरोसा दिया है। यह बोले CMS मेडिकल कॉलेज के CMS डॉ. सचिन माहौर का कहना है कि दो दिन पहले रात को परिजन एक बच्चे को लाए थे, वह नाक, कान, गले से संबंधित केस था। परिजनों का मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों से विवाद हुआ था। जिसकी FIR दर्ज हुई है। आज हमारे कर्मचारी को पुलिस पूछताछ के लिए लाई थी।
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