*छप्पर में रहने को मजबूर ग्रामीण-*
*ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी की मिलीभगत से नहीं मिल पाया पात्रों को आवास-*
*✍धर्मेंद्र दुबे की रिपोर्ट
*प्रतापगढ़/चांदपुर-*
सूत्रों के अनुसार- प्रतापगढ़ मांधाता ब्लॉक स्थित चांदपुर ग्राम सभा में आवास के नाम पर सिर्फ और सिर्फ कागजी कार्यवाही पूरी की गई बता दें कि हरिजन बस्ती में जाकर देखा गया तो पता चला ग्रामीणों को झोपड़ी में अपना जीवन बिताना पड़ रहा है जब ग्रामीणों से पूछा गया कि आपको आवास नहीं मिला तो राम खेलावन हरिजन और पाचू यादव ने बताया कि ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी आवास के नाम पर मोटी रकम की मांग कर रहे थे।(30 से 50हजार) साहब हम बहुत गरीब हैं इतनी मोटी रकम देना हमारे बस की बात नहीं इसी कारण हमें आवास नहीं मिल पाया। इसी तरह गांव के बहुत सारे गरीब लोग हैं जिनको मोटी रकम ना चुकाने पर आवाज नहीं मिल पाया ।आवास पात्रता सूची के आधार पर ना मिलकर प्रधान और सेक्रेटरी के द्वारा आवास बांटा गया।ग्रामीणों का यहां तक भी कहना है जिनके मकान पूर्व में ही पक्के बने हुए हैं उनसे भी मोटी रकम लेकर आवास का पैसा दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि शौचालय और आवास के नाम पर किए गए फर्जी वाले का जिलाधिकारी महोदय द्वारा उचित टीम बनाकर जांच कराई जाए जिससे पात्रको को उनका अधिकार मिले और जो जो लोग फर्जीवाड़े में शामिल हैं उनके खिलाफ उचित कार्यवाही की जा
*ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी की मिलीभगत से नहीं मिल पाया पात्रों को आवास-*
*✍धर्मेंद्र दुबे की रिपोर्ट
*प्रतापगढ़/चांदपुर-*
सूत्रों के अनुसार- प्रतापगढ़ मांधाता ब्लॉक स्थित चांदपुर ग्राम सभा में आवास के नाम पर सिर्फ और सिर्फ कागजी कार्यवाही पूरी की गई बता दें कि हरिजन बस्ती में जाकर देखा गया तो पता चला ग्रामीणों को झोपड़ी में अपना जीवन बिताना पड़ रहा है जब ग्रामीणों से पूछा गया कि आपको आवास नहीं मिला तो राम खेलावन हरिजन और पाचू यादव ने बताया कि ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी आवास के नाम पर मोटी रकम की मांग कर रहे थे।(30 से 50हजार) साहब हम बहुत गरीब हैं इतनी मोटी रकम देना हमारे बस की बात नहीं इसी कारण हमें आवास नहीं मिल पाया। इसी तरह गांव के बहुत सारे गरीब लोग हैं जिनको मोटी रकम ना चुकाने पर आवाज नहीं मिल पाया ।आवास पात्रता सूची के आधार पर ना मिलकर प्रधान और सेक्रेटरी के द्वारा आवास बांटा गया।ग्रामीणों का यहां तक भी कहना है जिनके मकान पूर्व में ही पक्के बने हुए हैं उनसे भी मोटी रकम लेकर आवास का पैसा दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि शौचालय और आवास के नाम पर किए गए फर्जी वाले का जिलाधिकारी महोदय द्वारा उचित टीम बनाकर जांच कराई जाए जिससे पात्रको को उनका अधिकार मिले और जो जो लोग फर्जीवाड़े में शामिल हैं उनके खिलाफ उचित कार्यवाही की जा

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