*सहज वर्ताव से विशेष बच्चे हो सकते हैं तनाव मुक्त:* *डॉ अंजलि गुप्ता*
*रिपोर्टर-बीपीमिश्र*
गोरखपुर विशेष बच्चों को तनाव मुक्त बनाने हेतु विभिन्न रणनीतियों पर विचार करने के उद्देश्य से सीआरसी- गोरखपुर ने ऑनलाइन ई-परामर्श श्रृंखला 209 का आयोजन किया। बतौर विशेषज्ञ नूर मंजिल लखनऊ की नैदानिक मनोवैज्ञानिक डॉ अंजलि गुप्ता ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विशेष आवश्यकता वाले बच्चों में अनेक प्रकार से तनाव उत्पन्न हो सकते हैं। दिव्यांगता की वजह से उत्पन्न होने वाली समस्याएँ उनमे हीन भावना का विकास कर सकता है। अतः इस प्रकार के तनाव के प्रबंधन के लिए अभिभावकों को बच्चों के साथ सहज वर्ताव करना जरूरी है साथ ही उन्हें स्वाभाविक रुप से अपने क्रिया-कलाप करने देने की आवश्यकता है। राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान के निदेशक इंजी. मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि ऑनलाइन माध्यम से सीआरसी गोरखपुर का ग्रामीण क्षेत्र तक पहुंचने का प्रयास अत्यंत सराहनीय है। इसके माध्यम से हम उस आवादी तक अपनी योजनाओं और रणनीतियों को पहुंचाने में सक्षम हो सकेंगे, जो गरीबी, यातायात की समस्या अथवा गंभीर दिव्यांगता की वजह से केंद्र आधारित सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं। सीआरसी गोरखपुर के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर श्री नीरज मधुकर ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम की सफलता हेतु सभी को शुभकामनाएं प्रदान की। कार्यक्रम का संचालन श्री नागेंद्र पांडे ओ एंड एम सह विशेष शिक्षक ने किया। कार्यक्रम समन्वयक श्री राजेश कुमार, सहायक प्राध्यापक (नैदानिक मनोविज्ञान विभाग) एवं पुनर्वास अधिकारी श्री राजेश कुमार यादव ने कार्यक्रम में अपना सहयोग प्रदान किया। ऑनलाइन माध्यम से इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने प्रतिभाग किया।
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