*श्री हनुमान जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर मंदिर में किया पूजा अर्चना कथावाचिका दीदी दिव्यांशी जी*
*वरिष्ठ संवाददाता-बीपीमिश्र*
गोरखपुर।सहजनवां कथावाचिका दीदी दिव्यांशी जी ने हनुमान जयंती के उपलक्ष में मंदिर में पूजा अर्चना की और क्षेत्र के सभी लोगों के लिए खुशहाली की कामना भी की। कथावाचिका दीदी दिव्यांशी जी ने लोगों को बताया कि हनुमान जी के माता का नाम अंजना था। इस कारण हनुमान जी को आंजनेय, अर्थात अंजना का पुत्र भी कहते हैं।और बजरंगबली को भक्त शिरोमणि भी कहते हैं। कथावाचिका दीदी दिव्यांशी जी ने कहा कि जहां पर भी प्रभु श्री रामचंद्र जी की वंदना होती है। वहां पर श्री हनुमान अवश्य मौजूद होते हैं। हनुमान जी हमारे देश भारतवर्ष की सबसे पवित्र ग्रंथ रामायण में सर्वप्रथम आते हैं। हनुमान जी का जन्म प्रभु श्री रामचंद्र जी के कार्यों के लिए हुआ था। जैसे ही हम सभी लोग हनुमान जी के नाम लेते हैं। हमारे सामने हनुमान जी की छवि जो आती है। वो श्री रामचंद्र जी के सबसे बलशाली ताकतवर भक्त के रूप में आती है। उसके बाद कथावाचिक दिव्यांशी दीदी ने मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद बजरंगबली का आरती भी की।और बजरंगबली को लड्डू का भोग लगाकर के वहां पर उपस्थित सभी भक्त जनों को प्रसाद भी ग्रहण करवायी।
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