आर्विक ने स्वाध्याय से IIT में प्राप्त किये 99.58 परसेंटाइल
बरेली। महाभारत काल में एकलव्य थे जिन्होंने बिना गुरु के श्रेष्ठ धनुर्धर होने का गौरव प्राप्त हुआ। वर्त्तमान में भी बहुत से ऐसे बच्चे है जो स्वाध्याय कर यानि बिना कोचिंग के कई प्रतियोगितायों को उत्तीर्ण कर रहे है,ऐसे ही एक मेधावी छात्र श्री सी. अल. ओबेरॉय व श्रीमती उषा ओबेरॉय के सुपौत्र, श्री योगेश ओबेरॉय व श्रीमती रचना ओबेरॉय के पुत्र आर्विक जिन्होंने स्वयं IIT की तैयारी कर 99.58 परसेंटाइल लेकर अपने परिवार सहित सम्पूर्ण बरेली वासियों को गौरवान्वित किया है। सिविल लाइन्स में रहने वाले मध्यम वर्गीय व्यापारी परिवार से आने वाले छात्र जो की बिशप कौनराड स्कूल के १२वी का छात्र है। शौक खाने-पीने, म्यूजिक, गाना गाने, रीडिंग, watching movie आदि हैं। आईआईटी Delhi में पढ़ना चाहते हैं, दादा दादी के ज्यादा करीब हैं। computer science, मे interest है। आगे चल के गरीबों की सेवा करना चाह्ते हैं। अश्विमीर ग्रोवर (शार्क टैंक) इनके आदर्श हैं।
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