*युवा जनकल्याण समिति ने हर्षोल्लास पूर्वक मनाया हनुमान जी का जन्मोत्सव*
बजरंगबली के नाम स्मरण मात्र से सभी कष्ट दूर होते है-कुलदीप पाण्डेय
गोरखपुर। श्री हनुमान जी के जन्मोत्सव पर सामाजिक व धार्मिक संगठन युवा जनकल्याण समिति गोरखपुर के प्रमुख व अध्यक्ष युवा समाजसेवी कुलदीप पाण्डेय के नेतृत्व मे चैत्र शुक्लपक्ष पूर्णिमा तिथि संवत् 2080 दिनाँक 6 अप्रैल दिन वृहस्पतिवार को घंटाघर क्षेत्र के मुफ्तीपुर मे प्रसिद्ध श्रीराम जानकी मंदिर पर पवन सुत हनुमान जी का हर्षोल्लास पूर्वक जन्मोत्सव मनाया गया। जन्मोत्सव का आयोजन निखिल गुप्ता द्वारा किया गया।इस दौरान अध्यक्ष कुलदीप पाण्डेय व उपस्थितपदाधिकारियों ने हनुमान जी कि प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पअर्पण कर धूप दीप प्रज्वलित किये तथा तिलक चंदन लगाकर महाबली हनुमान जी को स्मरण कर लड्डू का भोग लगाये। पूजन अर्चन कर श्रीराम भक्तों ने हनुमान चालिसा पाठ, बजरंग बाण, संकटनाष्टक का पाठ कर हनुमान जी की प्रतिमा समक्ष प्रार्थना कर आरती किये।
कुलदीप पाण्डेय ने कहा कि बजरंगबली अष्ट सिद्ध नौ निधि के दाता है जो अजर अमर देवी देवताओं मे से एक है,संकटमोचन हनुमान जी कि आराधना मात्र से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते है। हनुमान जी भगवान शिव के ग्यारहवें रुद्र अवतार है। कुलदीप पाण्डेय ने साथ ही यह भी बताया कि धार्मिक ग्रंथों में मान्यता है की हनुमान जी के चमत्कारी 12 नामों के स्मरण मात्र से दीन-दुखियों के सभी कष्ट समाप्त हो जाते है और समस्त सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है।श्री रामाचरित मानस में भी कहा भी गया है कि कलियुग केवल नाम आधारा कलयुग मे सिर्फ इनके नाम स्मरण मात्र से ही सभी मनोकामनाओं कि पूर्ति होती है।
इसी क्रम मे रमेश चन्द्र वैश्य, दुर्गेश कुमार वैश्य व निखिल गुप्ता ने कहा की हनुमान जी सर्वशक्तिमान है, इस युग में सभी कष्टों को हरण करने वाले एवं जनमानस की रक्षा करने वाले भगवान जिनका नाम लेने मात्र से ही वह प्रसन्न हो जाते हैं वह अपने भक्तों पर दया दृष्टि सदैव बनाए रखते हैं।जन्मोत्सव मे मुख्य रुप से-अनमोल अग्रहरि,रमेश चन्द्र वैश्य, दुर्गेश कुमार वैश्य मंदिर संरक्षक ,संजय कुमार वैश्य, रमेश चन्द्र गुप्ता,अनुराग श्रीवास्तव, सत्येन्द्र गुप्ता, अनिल गुप्ता,मनोज गुप्ता,रितेश श्रीवास्तव, उमेश गुप्ता,दुर्गेश कुशवाहा,राम स्वरुप गौड़, सतीश गुप्ता आदि भारी संख्या मे हनुमान भक्त उपस्थित रहे।
Comments
Post a Comment