*नगर निगम के रानी लक्ष्मी बाई पार्क में निषाद समाज को अनुसुचित जाति में शामिल करने की मांग को लेकर हुए विशाल धरना प्रदर्शन*
*-ब्यूरो प्रभारी-बीपीमिश्र*
गोरखपुर। निषादों की सभी उपजातियों को आरक्षण अनुसूचित जाति देने का पत्रक महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम सम्बोधित जिलाधिकारी गोरखपुर के माध्यम से सौपा गया कार्यक्रम की अध्यक्षता सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने किया तथा संचालन डॉक्टर गंगासागर निषाद ने किया कार्यक्रम आयोजक सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने निषाद समाज की सभी उपजातियों को अनुसुचित जाति का आरक्षण देने की मांग को लेकर हुए धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व की सरकारो में दिवगंत नेताजी स्व. श्री मुलायम सिंह यादव व माननीय अखिलेश यादव ने अपनी समाजवादी सरकार में निषाद समेत 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसुचित जाति में शामिल कर जाति प्रमाण जारी करने का शासनादेश जारी किया था लेकिन जो बाद में कोर्ट द्वारा रोक दिया गया, लेकिन लगभग 7साल से उत्तर प्रदेश में व 9 साल से देश में भाजपा सरकार होने के बाद भी अब तक निषादों को अनुसुचित जाति की सुविधा नहीं मिल पायी।विधान सभा व लोकसभा चुनाव में भाजपा ने निषादों का सम्मेलन कर योगी जी व मोदी जी ने कहा था कि भाजपा सरकार बनी तो निषादों को अनुसुचित जाति में शामिल किया जायेगा लेकिन भाजपा ने निषादों को आरक्षण न देकर धोखा देने का काम किया है। आज निषादों की आर्थिक शैक्षिणिक व प्रशासनिक स्थिति दलितों से भी खराब है। निषादों को आरक्षण दिलवाने के नाम पर पार्टी बनाकर भाजपा के साथ मिलकर सत्ता में रहने वाले नेता भी आरक्षण का नाम भूल गये है। निषाद समाज ने अब ठान लिया आरक्षण नहीं तो वोट नहीं। अगर भाजपा सरकार सामान्य जाति को 10 प्रतिशत आरक्षण एक दिन में दे सकती है तो निषादों को क्यों नहीं।अब निषाद समाज ने यह जान लिया की यह लोग केवल निषादों का वोट लेते है और बाद में उन्हें धोखा देते हैं। कार्यक्रम को प्रमुख रूप से नगीना प्रसाद साहनी,गंगासागर निषाद, श्याम देव निषाद, रामवृक्ष निषाद, प्रेमचंद निषाद, दयाशंकर निषाद, संजय पहलवान, चंचला निषाद, बंशीधर निषाद, कमलेश निषाद, घनश्याम निषाद, राम सिंह निषाद, मनोज निषाद, सुरेंद्र निषाद, रामनिवास निषाद, रामसनेही निषाद, पुन्नी लाल निषाद, रामू निषाद, चंद्रिका साहनी, महेंद्र निषाद, पौहारी निषाद, ने भी संबोधित किया कार्यक्रम में भारी संख्या में निषाद समाज के लोग मौजूद रहे।
Comments
Post a Comment