*प्रतापगढ़*
*लवारिस बताकर अस्पताल में छोड़कर भागे खनन माफिया*
*घटना की जानकारी मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा मानधाता पुलिस को दी गई*
प्रतापगढ़। मांधाता थाना क्षेत्र के गाजीपुर गांव के पूरे वीर राम का पुरवा की घटना प्रकाश में आया है जहां खनन माफिया द्वारा मिट्टी खुदाई का काम चल रहा था तो दूसरी तरफ नाबालिक द्वारा ट्रैक्टर ट्राला पर मिट्टी लोडकर ईट भट्ठे परभेजा जा रहा था। इसी दौरान ट्रैक्टर पलटने से नाबालिक मासूम चोटहिल हो गया। घटना के बाद खनन माफिया इलाज के लिए नाबालिक को जिला मेडिकल कॉलेज ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने घायल मासूम को मृतक घोषित किया।
बता दे कि रात को गाजीपुर गांव के वीर राम के पुरवा में अवैध खनन कार्य चल रहा था। मिट्टी खनन का कार्य रविदेव पांडेय के खेत से भट्टा संचालक मुज्जमिल के भट्टे पर जा रही थी। ट्रैक्टर चालक हिमांशु पुत्र दिनेश निर्मल उम्र लगभग 17 वर्ष ट्रैक्टर ट्राला में मिट्टी भरने पहुंचा लेकिन उसे पता नहीं था कि सामने उसका काल खड़ा हुआ है जैसे ही ट्रैक्टर लेकर खेत से बाहर निकलने का प्रयास कर रहा था कि ट्रैक्टर पलट गया और उसे गहरी चोटे आ गई। आनन फानन में खनन माफिया ने हिमांशु को लेकर अपनी गाड़ी पर बैठाकर जिला मेडिकल कॉलेज इलाज कराने पहुंचे लेकिन इलाज से पहले ही डॉक्टर ने हिमांशु को मृत घोषित किया, यह सुनते ही खनन माफिया हिमांशु के शव को लावारिस छोड़ कर एक दो तीन हो गए। मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा शव को अकेला देख कर उसे लावारिस देखकर पीएम के लिए भेजकर मान्धाता पुलिस को इसकी जानकारी दी। अगर इसी प्रकार से खनन माफिया मासूमों से कार्य कराते रहे और उनकी जाने जाती रही तो श्रम विभाग का कार्य क्या है क्योंकि सुनिश्चित वही करता है की कार्य करने वाला व्यक्ति बालिक हैं या नाबालिक अगर किसी संस्थान द्वारा कार्य कराया जाता है तो कार्यवाही श्रम विभाग ही करता है ऐसे में इस घटना के बाद अब देखना है कि जिला प्रशासन और पुलिस विभाग इन खनन माफिया के विरुद्ध क्या कार्यवाही करती हैं और पीड़ित को न्याय कैसे मिलेगा यह प्रश्न अब यक्ष प्रश्न बन गया है।
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