*बुंदेलखंड राज्य की मांग जारी, सैदनगर से गांव-गांव, यात्रा शुरू, राजा बुंदेला*
इंसेट 👉 जागरूकता की कमी के कारण से बुंदेलखंड राज्य की मांग अधूरी
*दैनिक न्यूज वर्ल्ड ब्यूरो, जालौन– वीरेंद्र वर्मा/ लालता प्रसाद*
उरई (जालौन) बुंदेलखंड जालौन जिले पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चा ने गुरुवार से दूसरे चरण की "गांव-गांव, पांव-पांव" यात्रा शुरू की। यह यात्रा जालौन जिले के सैदनगर स्थित रक्त दंतिका देवी मंदिर से पूजा-अर्चना के साथ प्रारंभ हुई। बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजा बुंदेला ने ग्रामीणों के साथ बैठक कर राज्य निर्माण की आवश्यकता और महत्व पर चर्चा की। इसके बाद यात्रा आगे बढ़ाई गई। दूसरे चरण की शुरुआत जालौन से हुई है राजा बुंदेला ने बताया कि बुंदेलखंड राज्य की मांग कई वर्षों से की जा रही है, लेकिन जागरुकता की कमी के कारण यह मुद्दा ठंडे बस्ते में चला जाता है। इसीलिए अक्टूबर में इस यात्रा की शुरुआत की गई थी। पहले चरण में यह यात्रा ललितपुर से झांसी तक पहुंची। अब दूसरे चरण की शुरुआत जालौन से हुई है। यात्रा के दौरान राजा बुंदेला ने बताया कि बुंदेलखंड के लोग आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। सात नदियों के बावजूद यहां पानी की किल्लत है। स्वास्थ्य सुविधाएं खराब हैं। 68% लोग पलायन कर चुके हैं। यहां की खनिज संपदा बाहरी लोग ले जा रहे हैं। जब तक बुंदेलखंड को अलग राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा, तब तक विकास संभव नहीं है।केंद्र सरकार बुंदेलखंड को राज्य का दर्जा दे यह यात्रा 10 जनवरी को उरई में समाप्त होगी और जालौन के विभिन्न गांवों, कोटरा, एट, कोंच, माधौगढ़, रामपुरा और कालपी आदि से होकर गुजरेगी। राजा बुंदेला ने कहा कि उनका लक्ष्य अधिक से अधिक लोगों को जागरुक करना है। ताकि केंद्र सरकार बुंदेलखंड को राज्य का दर्जा दे।
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