प्रकाशनार्थ
दिनांक_24/12/2020
*साहित्य में अपने योगदान के लिए लंबे समय तक याद किए जाएंगे स्व.अटल बिहारी वाजपेयी___डॉ तहसीन अब्बासी*
*भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई का संपूर्ण जीवन प्रेरणादायी तथा अनुकरणीय__ओसामा खान*
गोरखपुर लिटरेरी सोसायटी एवं हैप्पी इवेटस ग्रुप के संयुक्त तत्वावधान में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न एवं कवि स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती की पूर्व संध्या पर एक कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन एसएस ऐकडमी गोरखपुर में आयोजित किया गया।
डॉ तहसीन अब्बासी, ओसामा खान,डॉ सौरभ पांडे, सज्जाद अली, सरदार जसपाल सिंह, ऐश्वर्या पांडे, जावेद अंसारी, राधा विनोद राय, राकेश श्रीवास्तव, शशि राय ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया एवं अटल बिहारी वाजपेयी पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ तहसीन अब्बासी ने कहा साहित्य में अपने द्वारा दिए गए योगदान के लिए लंबे समय तक अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया जाएगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ओसामा खान ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से युवाओं को अपने महापुरुषों के प्रति जागरूकता के साथ-साथ उनके द्वारा दिए गए योगदान ओं को समझने का अवसर मिलता है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि ऐश्वर्या पांडे ने कहा कि इस तरह के मंचो से युवाओं को अपनी प्रतिभा को समाज के सामने रखने का अवसर मिलता है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सज्जाद अली ने कहा कि यह एक शानदार पहल है जिसकी सराहना की जानी चाहिए। राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि विगत कुछ वर्षों से जिस तरीके से यह संस्था कार्य कर रही है विशेष रुप से अपने महापुरुषों की जयंती मनाने का जो नया तरीका निकाला है उसकी तारीफ की जानी चाहिए।साथ ही साथ राधा बिंनोद राय के अन्य अतिथियों ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन शाहीन शेख ने किया।
कवि सम्मेलन कार्यक्रम का संचालन करते हुए मिन्नत गोरखपुरी ने जैसे ही पढ़ा लोगों ने खूब तालियां बजाई।
नज़र नज़र से नज़र को जान लेते हैं,
वो दूर से ही सही पहचान लेते हैं!
बड़े इरादे नज़ीरें भी बड़ी होंगी,
किसी यतीम को अपना मान लेते हैं!!
डॉ अर्शी बस्तवी ने पढ़ा______
हमारे शहर में कुछ लोग हमसे जलते हैं
यही सबब है कि हम सर उठा के चलते हैं
डॉ इम्तेयाज समर ने पढ़ा_____
हमे मालूम है कि तुम हमे मिटने नही दोगे
हमारे ही पसीने से तुम्हारी कार चलती है
सुधा मोदी ने पढ़ा______
गुमराह करते तो हम भी आरजू होते किसी की,
ख़ता यही हुई की दिल को खोल के रख दिया।।
शाहिद सफर ने पढ़ा____
पत्थर का जिगर रखना ऐ मोम के दिल वालों
करना है अभी तुमको सूरज की निगहबानी
वसीम मजहर गोरखपुरी ने पढ़ा____
ये चांद तारे भी मुझ से लिपट के बैठे हैं
वो मेरे पहलू में जबसे सिमट के बैठे हैं ।।
के साथ-साथ नसीम सलेमपूरी, सत्यमवादा शर्मा, आयुष चतुर्वेदी, फरहान आलम कैसर, रूद्र उत्कर्ष शुक्ला, शाकिर अली शाकिर आदि ने काव्य पाठ किया।
कार्यक्रम के आयोजक राशिद कलीम अंसारी ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को मंच प्रदान करने का अवसर देने के साथ-साथ उनकी अपनी प्रतिभा से उनकी मुलाकात करना था। कार्यक्रम के संयोजक अयान ने बताया कि 2020 में इस अवसर पर अटल नागरिक सम्मान से सम्मान से डॉक्टर रूप कुमार बनर्जी, शशि राय, जावेद अंसारी,राधा विनोद राय, डॉक्टर सौरभ पांडे ,अरशद जमाल सामानी, जफर खान, कनक हरि अग्रवाल आदि को सम्मानित किया गया।
अंत में कार्यक्रम के संयोजक इरफान मुगल ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
अवसर पर डॉक्टर के शर्मा, अरशद अहमद,राज शेख,दीप, अमृता राव, डॉ राशिद हुसैन, अशफाक हुसैन मेकरानी, आशीष रुंगटा, सुनीशा श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।
भावदीय
राशिद कलीम अंसारी
कार्यक्रम आयोजक
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