जालौन डीएम ने मेडिकल कालेज का किया औचक निरीक्षणकई डॉ मिले नदारद
जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जाहिर की और उनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए
दैनिक ब्यूरो जालौन- वीरेंद्र वर्मा/ लालता प्रसाद
उरई (जालौन) बुंदेलखंड जालौन जिले अभी दो दिन ही हुए हैं जब प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ लखनऊ में 'धरती के भगवान' यानी कि चिकित्सकों को
सेवा भाव से जुटने की नसीहत दे रहे थे। खासतौर पर मेडिकल कॉलेजों
की स्थिति सुधारने की बात कही थी, लेकिन चिकित्सक हैं कि सुधर नहीं रहे हैं। गुरुवार को जब जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने राजकीय मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय का अचानक निरीक्षण किया जानकारी आधा दर्जन से अधिकि चिकित्सक अपनी कुर्सी से गायब मिले। कुछ के तो कक्ष ही बंद मिले। जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जाहिर की और उनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सर्व प्रथम रजिस्ट्रेशन काउंटर व चिकित्सालय के ओपीडी ब्लाक में स्थित प्रत्येक विभाग की ओपीडी का गहनता पूर्वक निरीक्षण किया। इस दौरान ईसीजी विभाग में डॉ. वीरेंद्र गुप्ता, डॉ. ज्योति व डॉ. शिशिर यादव, स्त्री व प्रसूति रोग विभाग में डॉ. प्रीति, नाक, कान, गला विभाग में डॉ. आरके राठौर का कक्ष बन्द मिला। नेत्र रोग विभाग में डॉ. सौरभ गुप्ता व डॉ. आरएन कुशवाहा अनुपस्थित मिले, जिस पर नाराजगी जाहिर की और मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को निर्देशित किया कि अनुपस्थित डॉक्टरों के विरुद्ध अपने स्तर पर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। कुछ जगह मिली गंदगी को देखकर उन्होंने मेडिकल प्राचार्य डॉ राजेश कुमार मौर्य को सफाई व्यवस्था में सुधार करने के दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मरीज को मिलने वाले इलाज में भी किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने ओपीडी में उपस्थित डॉक्टरों से पदनाम आदि सहित जानकारी
हासिल की।
मेडिसिन और आर्थों में नहीं थे वरिष्ठ चिकित्सक
मेडिसिन विभाग व आर्थो विभाग में वरिष्ठ चिकित्सक के न होने पर नाराजगी व्यक्त की गई। कई विभागों में डॉक्टरों व कर्मचारियों के यूनिफॉर्म में न होने नाराजगी प्रकट की। साथ ही ड्यूटी के दौरान यूनिफॉर्म में रहने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानाचार्य डॉ. राजेश कुमार मौर्य व सीएमएस डॉ. प्रशांत निरंजन को निर्देशित किया कि सभी सीनियर, जूनियर डॉक्टर समय से अपनी अपनी ओपीडी में बैठकर मरीजों का उपचार करें। जिलाधिकारी ने कई मरीजों से अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं, उपचार एवं दवाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली जिस पर मरीजों ने कहा कि उपचार व दवाओं के लिए किसी भी प्रकार से परेशान नहीं किया गया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे विशाल यादव, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट / उप जिलाधिकारी उरई अभिषेक कुमार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रशान्त निरंजन, डॉ. शैलेन्द्र प्रताप सिंह, डॉ. विशाल
अग्रवाल, डॉ. जीतेन्द्र मिश्रा मौजूद रहे।

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