पूर्व सांसद प्रो चिंतामण मालवीय को मंत्रिमंडल में मिल सकता है स्थान दलित एवं संघ कोटे से होने के एवं सर्वाधिक मतों से जीत हासिल की
उज्जैन के पूर्व सांसद प्रोफे
सर चिंतामण मालवीय को भाजपा ने आलोट विधानसभा से मैदान में उतारा जहा उन्हें प्रारंभ में भाजपा के ही निर्दलीय रमेश मालवीय से चुनौती मिल रही थी लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हस्तेक्षेप के बाद रमेश मालवीय के नामांकन वापसी से उनकी राह आसान हो गई और उन्होंने कांग्रेस के निर्दलीय उम्मीदवार प्रेमचंद गुड्डू को 68 हजार के लगभग मतों से पराजित कर उज्जैन संभाग में सर्वाधिक मतों से जितने का रिकार्ड बनाया ज्ञात हे की श्री मालवीय का दलित समाज के बड़े नेता के रूप में सुमार होता है और वे संघ से जुड़े होकर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष होकर भाजपा के प्रवक्ता भी हे और यही कारण हे की भाजपा सरकार में उन्हें शिक्षा जैसे उच्च मंत्रालय से नवाजा जा सकता है यह मंत्रालय पहले उज्जैन के मोहन यादव के पास रहा हे भाजपा द्वारा गुजरात फार्मूले को लागू करने की बात कही जा रही है जिसको देखते हुए पुराने मंत्रियों को जगह नहीं देकर नए विधायको को मोका दिया जाएगा ऐसे आलोट विधानसभा जो की राजस्थान की बाउंड्री पर हे और रतलाम जिले के अंतिम छोर पर है जहा विकास की अपार संभावना है और दलित सीट होने के कारण मालवीय को मौका मिल सकता है आलोट विधानसभा से पूर्व में कर्नाटक के राज्यपाल महामहिम थावरचंद गेहलोद सिंचाई एवं पंचायत मंत्री रहे हे वही मनोहर ऊंटवाल भी नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री बनाए गए थे ऐसे में आलोट क्षेत्र की जनता एक बार फिर चिंतामण जी को मंत्री के रूप में देखना चाहती है



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