*चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 22 मार्च से भारतीय नववर्ष प्रारम्भ*
वासंतिक नवरात्र 22 मार्च से आरम्भ-पं बृजेश पाण्डेय ज्योतिषाचार्य
*वरिष्ठ संवाददाता-बीपीमिश्र*
गोरखपुर। विद्वत् ज़नकल्याण समिति द्वारा संचालित भारतीय विद्वत महासंध के महामंत्री व युवा जनकल्याण समिति के संस्थापक संरक्षक ज्योतिषाचार्य पं. बृजेश पाण्डेय ने बताया की हिंदू धर्मग्रंथो के अनुसार चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से नववर्ष प्रारंभ होता है जो इसबार दिनांक 22 मार्च दिन बुधवार को प्रारम्भ हो रहा है। श्रीशुभ संवत् 2080 शाके 1945 दिन बुधवार चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा बुधवार को नववर्ष प्रारंभ होने से राजा बुध,मंत्री शुक्र होगें।
इसदिन से वासंतिक नवरात्र प्रारम्भ हो रहा है जिसमे कलश स्थापन में संकल्प के साथ ही राक्षस नामक संवत्सर समाप्त हो जाएगा और नल नामक संवत्सर आरंभ हो जाएगा। और वर्ष भर पूजा पाठ में नल नामक संवत्सर का ही प्रयोग होगा।राजा का पद बुध को मिलने से इस वर्ष पृथ्वी पर अधिक वर्षा होगी घरों में विवाह आदि मांगलिक कार्य,देवता तथा पित्रों की पूजा में अधिक आस्था रखेगें,जनता स्वस्थ,सुभिक्ष तथा धन धान्य से पूर्ण सुखी रहेगी एवं शुक्र मंत्री होने से टिड्डी,चूहा भैसों से अन्न की हानि,अन्न का भाव सस्ता,जनपदो में भय तथा नदियों में बाढ की अधिकता रहेगी।
पं बृजेश पाण्डेय ज्योतिषाचार्य ने यह भी बताया कि वासंतिक नवरात्र बुधवार को प्रारंभ हो रहा है इस दिन दुर्गासप्तशती का पाठ करने के लिए दिनभर कलश स्थापना का मुहूर्त है। महाअष्टमी व्रत तथा महानिशा पूजा 29 मार्च दिन बुधवार को किया जाएगा,30 मार्च दिन बृहस्पतिवार को महानवमी व्रत तथा दुर्गासप्तशती के पाठ का हवन दिन भर करने का मुहूर्त है। 31मार्च दिन शुक्रवार को नौ दिन नवरात्र व्रत करने वाले भक्तगण पारण करेगे़।
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