*दो प्रेमियों ने मिलकर अंजू हत्याकांड को दिया था अंजाम*
दीपक सिंह फतेहपुर
बिंदकी (फतेहपुर)। कोतवाली क्षेत्र के मडरांव गांव की अंजू (39) की हत्या का खुलासा हो गया है। हत्याकांड को अंजाम एक नहीं बल्कि दो लोगों ने दिया था।
दोनों ही अंजू के प्रेमी थे। हत्याकांड से पहले दोनों ने महिला के साथ शारीरिक संबंध भी बनाए थे। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर उसे जेल भेजा है, जबकि दूसरे की तलाश जारी है।
मंडराव गांव निवासी विनोद कुमार गौतम की पत्नी अंजू सिंह (39) घर में अकेली रहती थी। पति विनोद कुमार मुंबई और बेटा सौरभ व सचिन कुमार अहमदाबाद में प्राइवेट नौकरी करते हैं।
घर से 17 फरवरी की सुबह पुलिस ने महिला का शव बरामद किया था। इस मामले में पुलिस ने मंडराव गांव के ही कयूम को गिरफ्तार किया है।
आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में खुलासा किया है कि करीब 15 साल से उसके अंजू के साथ प्रेम संबंध थे। उसने अंजू के चक्कर में अपनी सात बीघा जमीन तक बेच डाली थी।
करीब छह माह पहले गांव के एक दोस्त ने अंजू से मिलाने की जिद की। कई बार कहने पर वह नशे में दोस्त को लेकर चार माह पहले अंजू के पास गया था।
इसके बाद दोस्त ने चोरी छिपे अंजू से करीबी बढ़ा ली। यह बात उसे गलत लगती थी। उसने कई बार इसका विरोध भी किया था। घटना से करीब 15 दिन पहले उसे रुपयों की जरूरत थी।
उसने अंजू से रुपये मांगे थे। अंजू ने मंगलसूत्र गिरवी रखने को दिया था। रफीक की दुकान में साढ़े चार हजार रुपये में उसने मंगलसूत्र को गिरवी रखा था।
15 फरवरी को अंजू ने मंगलसूत्र लाने को कहा। इस बात पर उसका और अंजू का विवाद हुआ। अंजू को लेकर 16 फरवरी की रात उसका दोस्त से भी विवाद हुआ।
इसके बाद दोनों अंजू के घर पहुंचे। जहां बारी-बारी से अंजू के साथ संबंध बनाए। यहां फिर आपस में विवाद होने लगा। तभी दोस्त ने कील लगे लकड़ी के पटरे से अंजू के सिर पर हमला किया।
वह लहूलुहान होकर गिर पड़ी और बेहोश हो गई। तभी वह दोनों दरवाजे में ताला लगाकर आंगन के पीछे दीवार से कूदकर भाग निकले।
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