*लर्निंग डिसेबिलिटी-अधिगम अक्षमता की पहचान से अधिगम अक्षम बच्चे का शैक्षिक प्रबंधन किया जा सकता है....सुश्री अर्पिता चटर्जी*
*रिपोर्टर-(बीपीमिश्र)*
गोरखपुर 10 फरवरी 2022 यह बातें बतौर मुख्य वक्ता सुश्री अर्पिता चटर्जी, सहायक प्राध्यापक, भाषा और वाणी विभाग, श्री गुरु राम दास विश्वविद्यालय, अमृतसर, पंजाब ने सीआरसी गोरखपुर द्वारा अधिगम अक्षम बच्चों की पहचान तथा प्रबंधन विषय पर आयोजित ई-परामर्श श्रृंखला 167 के दौरान कही। सुश्री चटर्जी ने कहा कि आज बहुत बड़ी संख्या में बच्चों में अधिगम अक्षमता के लक्षण पाए जाते हैं। जिसकी वजह से उनको लिखने, पढ़ने, समझने तथा अंक गणित में भी समस्या होती है। उचित शिक्षण सामग्री शिक्षण रणनीति के द्वारा ऐसे बच्चों का शैक्षिक प्रबंधन किया जा सकता है। विशेषकर जिन बच्चों की प्रत्यक्षीकरण की समस्या है उनके लिए सुधारित शिक्षण सामग्री का इस्तेमाल करना चाहिए। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान के निदेशक डॉ हिमांग्शु दास के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। आज के कार्यक्रम समन्वयक और सीआरसी गोरखपुर की रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर श्री रवि कुमार ने कहा कि अधिगम अक्षमता की समस्या से ग्रसित बच्चों की अधिगम की कमी को दूर करने के लिए तथा उनके अभिभावकों को प्रशिक्षित करने के लिए सीआरसी गोरखपुर ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया है। कार्यक्रम का संचालन श्री विजय कुमार गुप्ता, प्रवक्ता भौतिक चिकित्सा सीआरसी गोरखपुर ने किया। प्रश्नोत्तर काल तथा फीडबैक श्री रॉबिन ने किया। ऑनलाइन माध्यम से लगभग 100 लोगों ने इस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
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